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भारत-चीन अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में 200 से अधिक भारतीय व्यापारी जायेंगे चीन

नैनीताल, 08 जुलाई (वार्ता) भारत और चीन के बीच संचालित होने वाला अंतरराष्ट्रीय व्यापार शुरू हो गया है। इस बार कुल 216 भारतीय व्यापारी चीन की तकलाकोट मंडी पहुंचेंगे। व्यापारियों और उनके सहायकों के पास जारी हो गये हैं। अभी तक 23 व्यापारी चीन की तकलाकोट मंडी पहुंच चुके हैं।
अंतरराष्ट्रीय व्यापार के लिये दोनों देशों की ओर से लगभग सभी तैयारियां पूरी की जा चुकी हैं। चीन के साथ होने वाले व्यापार के लिये इस बार भारत सरकार काफी गंभीर है। व्यापारियों की मांग को देखते हुए सरकार ने इस वर्ष एक महीने की रियायत पहले ही प्रदान कर दी है। दोनों देशों के बीच व्यापार 31 अक्तूबर तक संचालित हो सकेगा।
भारत और चीन के बीच 1992 से अंतरराष्ट्रीय व्यापार शुरू हुआ था। दोनों देशों की बीच पहले वस्तु विनिमय के आधार पर व्यापार होता था लेकिन अब दोनों देशों की मुद्रा को विनिमय का आधार बनाया गया है। इस वर्ष व्यापार को लेकर सीमांत क्षेत्रों के व्यापारियों में खासा उत्साह है। धारचूला से आगे नजंग और मालपा के बीच परंपरागत पैदल रास्ते ठीक होने से इस बार व्यापारियों की परेशानी काफी कम हुई हैं। कैलाश मानसरोवर की यात्रा अपने पैदल पड़ावों से होकर गुजरने से भी यात्रियों को काफी सहूलियतें हो गयी है।
ट्रेड अधिकारी और धारचूला के उपजिलाधिकारी वरुण अग्रवाल के अनुसार व्यापारियों की सुविधा के लिये गुंजी में भारतीय स्टेट बैंक की शाखा और कस्टम विभाग की चौकी ने मोर्चा संभाल लिया है। कस्टम विभाग के अधिकारियों की तैनाती से जहां व्यापारियों को सहूलियत होगी वहीं टैक्स चोरी पर भी लगाम लग सकेगा। श्री अग्रवाल ने बताया कि तकलाकोट मंडी जाने वाले भारतीय व्यापारियों की संख्या में धीरे धीरे इजाफा हो रहा है। अभी तक सिर्फ 23 व्यापारी ही तकलाकोट के लिये रवाना हुए हैं जबकि प्रशासन की ओर से 216 व्यापारियों और उनके सहायकों को ट्रेड पास जारी किये गये हैं।
जानकारों का मानना है कि इस दौरान भारतीय व्यापारी अपने साथ लाखों रुपये का सामान चीन अधिकृत तकलाकोट मंडी ले जाते हैं जबकि करोड़ों रुपये का चीन निर्मित सामान वापस भारत लाते हैं। इस सामान को व्यापारी स्थानीय स्तर पर होने वाले मेलों और बाजारों में बेचकर मुनाफा कमाते हैं। भारतीय व्यापारी अपने साथ गुड़, मिश्री, कालीन, कंबल ओर परचून का सामान लेकर जाते हैं जबकि चीन से खासकर रेडीमेड कपड़े, कंबल, गोलकुंड और जानवरों का चारा आयात करते हैं।
उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार पिछले साल 2018 में कुल 244 भारतीय व्यापारी चीन अधिकृत तकलाकोट मंडी पहुंचे थे। चीन के साथ कुल छह करोड़ से अधिक का व्यापार हुआ था। भारतीय व्यापारियों की ओर से मात्र 86,42,560 रुपये का निर्यात किया गया जबकि 534,68,487 रुपये के सामान का आयात किया गया।
रवीन्द्र, उप्रेती
वार्ता
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