Saturday, Apr 20 2024 | Time 07:48 Hrs(IST)
image
राज्य » अन्य राज्य


प्रदेश सरकार ने महात्मा गांधी की जयंती पर किये 24 कैदी रिहा

नैनीताल, 02 अक्टूबर (वार्ता) राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर उत्तराखंड सरकार ने महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए 24 अपराध बंदियों को समय पूर्व रिहा कर दिया है। इनमें दो महिला बंदी भी शामिल हैं।
सभी दोष सिद्ध बंदी शामिल हैं। रिहा होने वालों में 11 विभिन्न अपराधों में आजीवन जेल की सजा काटने वाले बंदी भी शामिल हैं। रिहा होने वालों में दो महिला बंदी भी हैं।
पुलिस महानिरीक्षक जेल पी.वी.के. प्रसाद ने बुधवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि गृह विभाग के आदेश पर सभी बंदियों को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर रिहा कर दिया गया है। ये कैदी प्रदेश के विभिन्न जेलों में बंद थे। उन्होंने कहा कि 24 बंदियों में से 11 वे बंदी हैं जिनको विभिन्न अपराधों में आजीवन कैद की सजा सुनायी गयी है। इनके अलावा 13 अन्य सिद्धदोष बंदी हैं। जिनमें दो महिला बंदी भी शामिल है।
श्री प्रसाद ने बताया कि भारत के संविधान के अनुच्छेद 161 सपठित दंड प्रक्रिया संहिता 1973 की धारा 432 में प्रदत्त अधिकारों के तहत प्रदेश सरकार के गृह मंत्रालय की ओर से इन बंदियों को छोड़ने का निर्णय लिया गया है। इन बंदियों को छोड़ने का निर्णय सभी जेल अधीक्षकों को पहले जारी कर दिये गये थे।
उन्होंने बताया कि ये सभी बंदी जिला कारागार देहरादून, जिला कारागार हरिद्वार, सम्पूर्णानंद शिविर जेल सितारगंज एवं केन्द्रीय कारागार सितारगंज जनपद ऊधमसिंह नगर में बंद थे।
उन्होंने बताया कि जिन आजीवन कारावास बंदियों को रिहा किया गया है उनमें भगवती प्रसाद, राकेश उर्फ बंटी, रमजान, बलबीर सिंह, इकबाल, मनोहर सिंह, भगवान सिंह, दलीप सिंह, बहादुर सिंह, जगदीप सिंह व मंजीत सिंह शामिल हैं। इनके अलावा आज रिहा होने वाले बंदियों में रिजवान मंसूरी, श्रीमती बादल, अरूण सैनी, दीपक प्रजापति, सुमित सैनी, वरूण, अमरा देवी, गणेश बाल्मिकी, सिकंदर, रमेश कुशवाहा, मनोज, मोन मंडल, संतोष बिष्ट शामिल हैं।
रवीन्द्र, उप्रेती
वार्ता
image