राज्य » अन्य राज्यPosted at: Oct 15 2019 10:45PM जमरानी बांध को केन्द्र से मिली एनवायरमेंटल क्लीयरेंसनैनीताल, 15 अक्टूबर (वार्ता) नैनीताल एवं ऊधमसिंह नगर जनपद स्थित तराई भाबर की जनता की जीवन रेखा माने जाने वाली जमरानी बांध परियोजना को केन्द्र सरकार से एनवायरमेंटल क्लीयरेंस मिल गई है।इस बात की जानकारी मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने दी। उन्होंने बताया कि यह क्लीयरेंस आज मंगलवार को मिली है। उन्होंने इस पर खुशी जताते हुए कहा कि अब इस महत्वपूर्ण परियोजना के निर्माण में और तेजी आएगी। 40 से भी अधिक वर्षों के इंतजार के बाद तराई भाबर के लोगों का सपना सच होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि दशकों से लटकी पड़ी जमरानी बांध परियोजना को हकीकत बनाने के लिए हमारी सरकार ने गम्भीरता से कोशिश की। इसमें केन्द्र सरकार का भी पूरा सहयोग मिला जिसके लिए हम उनके आभारी हैं। गौरतलब है कि केंद्रीय जलायोग की तकनीकी सलाहकार समिति की ओर से बांध परियोजना को मंजूरी दी जा चुकी है। इससे क्षेत्रवासियों की वर्षों पुरानी पेयजल व कृषि की समस्या दूर होने की आशा लगाती जा रही है। नौ किलोमीटर लम्बे, 130 मीटर चौड़े और 485 मीटर ऊँचे इस बाँध के निर्माण से 14 मेगावाट विद्युत उत्पादन के साथ ही पेयजल व सिंचाई के लिए पानी भी उपलब्ध हो सकेगा। इससे ऊधमसिंहनगर व नैनीताल जिले को जलापूर्ति हो सकेगी।परियोजना की कुल लागत 2584 करोड़ रुपये है। परियोजना की तकनीकी स्वीकृति केंद्रीय जल आयोग द्वारा इसी वर्ष फरवरी में दी जा चुकी थी। बांध निर्माण के लिए वन विभाग ने 351.49 हेक्टेयर जमीन दी है। शासन से इसके लिए शुरूआती तौर पर 89 करोड़ रूपए अवमुक्त किये जा चुके हैं।नैनीताल के सांसद अजय भट्ट ने भी यूनीवार्ता से बात करते हुए इस पर प्रसन्नता व्यक्त की और कहा कि केन्द्र सरकार उत्तराखंड की जनता के वर्षों पुरानी समस्याओं का प्राथमिकता से निराकरण कर रही है। उन्होंने कहा कि बांध निर्माण की दिशा में हम एक कदम और आगे बढ़े हैं। इससे उत्तराखंड की कुमाऊं व उससे सटे उप्र की जनता को लाभ होगा।सं, शोभितवार्ता