राज्य » अन्य राज्यPosted at: Oct 25 2019 11:28PM दीपावली के दिन गर्भवती महिलाएं बरतें सावधानियांः डाॅ0 सुजाता संजयदेहरादून 25 अक्तूबर (वार्ता) दीपावली पर होने वाला प्रदूषण गर्भवती महिलाओं और उसके शिशु के लिये हानिकारक है। इसके प्रभाव से स्वयं और शिशु को बचाने के लिये गर्भवती महिलाओं को सावधानियां बरतनी चाहिए। डाॅ0 सुजाता के अनुसार पटाखों से निकलने वाला धुआं, धमाके की आवाज और खतरनाक रसायन गर्भवती महिलाओं और उनके भ्रूण के लिए हानिकारक होते है। उन्होंने कहा कि दीपावली के दिन अगर आपके घर में कोई महिला गर्भवती है या फिर आप खुद गर्भवती है तो आपको अपना खास ख्याल रखना चाहिए। जिससे उन्हें या फिर उनके पेट में पल रहे शिशु को कोई तकलीफ ना हो। संजय आॅर्थोपीड़िक, स्पाइन एवं मैटरनिटी सेंटर की राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डाॅ0 सुजाता संजय ने बताया कि दिवाली के जश्न के दौरान छोटी-सी भी लापरवाही गर्भवती महिलाओं को जोखिम में डाल सकती है। उन्होंने कहा गर्भवती महिलाओं को पटाखों से होने वाले प्रदूषण से भी बच कर रहना चाहिए गर्भावस्था के दौरान प्रदूषण गर्भ में पल रहे बच्चे के लिए समस्या उत्पन्न कर सकता है। पटाखों से निकलने वाले धुऐं में काफी अधिक मात्रा मेें कार्बन डाइआॅक्साइड और नाइट्रस आॅक्साइड होती है। ऐसे में इन रसायनों के सीधे संपर्क में आने से गर्भ में पल रहे बच्चे और मां दोनों को खतरा हो सकता है। उन्होंने कहा जिन महिलाओं सांस की समस्या हो, उन्हें निश्चय ही प्रदूषण से दूर रहना चाहिए। खासकर यदि किसी महिला को अस्थमा की समस्या हैं तो उन्हें हर वक्त अपने साथ इनहेलर रखना चाहिए। एलर्जी के खतरे को कम करने के लिए जब तक संभव हो सजावट की फूल-मालाएं आदि को घर से बाहर ही रखें। साथ ही उन्हें घर के भीतर लाने से पहले पानी से अच्छी तरह से छिड़काव करें। ऐसा करने से उन फूलों पर लगी घूल और पराग खत्म हो जाएगी और एलर्जी से भी बचाव होगा। उन्होंने कहा कि घर का काम करते हुए गर्भवती महिलाओं को संचेत रहना चाहिए। घर की सफाई करते वक्त आपको स्टूल पर नहीं खड़े होना है और ना ही साबुन के घोल का प्रयोग करना है। घर का काम करते वक्त काफी दुर्घटनाएं घटित हो जाती है। रिसकी काम ना ही करें तो अच्छा होगा। यदि आपको अत्यधिक थकावट, पेट में मरोड़ या अत्यधिक मिचली या अम्लता हो, तो तुरंत अपनी डाॅक्टर से सलाह करें।सं रामवार्ता