राज्य » अन्य राज्यPosted at: Jan 16 2020 9:53PM ‘सीएए, एनआरसी के खिलाफ लड़ाई देश की धर्मनिरपेक्षता को बचाने का अभियान’मेंगलुरु, 16 जनवरी (वार्ता) भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के पूर्व अधिकारी एवं सामाजिक कार्यकता हर्ष मंदर कहा है कि नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) , राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) के खिलाफ लड़ाई राष्ट्र के धर्मनिरपेक्ष तानेबाने को बचाने का अभियान भी है।श्री मंदेर ने कर्नाटक में दक्षिण कन्नड़ और उडुपी जिलों की मुस्लिम केंद्रीय समिति की तरफ से सीएए , राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) के खिलाफ प्रदर्शन कार्यक्रम में हिस्सा लेते हुए कहा कि यह लड़ाई करीब एक शताब्दी पहले ही शुरू हो गई थी जब हिंदू महासभा और इस तरह के अन्य संगठन भारत को हिंदू राष्ट्र में बदलने के उद्देश्य के साथ उठ खड़े हुए थे। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वंयेवक संघ समेत ‘फासीवाद’ ताकतों के खिलाफ राष्ट्र की लड़ाई 100 वर्ष पहले उस समय शुरू हो गई थी जब महात्मा गांधी दक्षिण अफ्रीका से लौटे थे और ब्रिटिश शासन के खिलाफ स्वतंत्रता आंदोलन का नेतृत्व किया था। श्री मंदर ने कहा कि भाजपा और इसके सहयोगी महात्मा गांधी के भारत के आदर्श के खिलाफ हैं और इसे एक हिंदू राष्ट्र में बदलना चाहते हैं जहां अल्पसंख्यक डर में रहते हों। प्रियंका जितेन्द्रवार्ता