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मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये का सहायता राशि दे सरकारः प्रीतम सिंह

देहरादून 29 मई (वार्ता) उत्तराखंड के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत को पत्र लिखकर राज्य के ग्रामीण एवं पर्वतीय क्षेत्रों में कोरोना वायरस महामारी के कारण प्रवासी क्वारंटीन केन्द्र में हुए ग्रामीणों की मौत पर चिन्ता प्रकट करते हुए मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये की सहायता राशि देने की मांग की है।
उपरोक्त जानकारी देते हुए प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष सूर्यकान्त धस्माना ने बताया कि मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में प्रदेश कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष श्री सिंह ने कहा कि केन्द्र सरकार की गाईड लाइन के अनुरूप उत्तराखण्ड सरकार द्वारा अपने राज्य के प्रवासी नागरिकों की घर वापसी के लिए प्रक्रिया प्रारम्भ कर दी गई है जिसके चलते बड़ी संख्या में लोग अपने घरों को वापस आने शुरू हो गये हैं तथा प्रदेश के ग्रामीण एवं पर्वतीय जनपदों में प्रवासी नागरिकों की वापसी पर उन्हें गांव के विद्यालयों में बने अस्थायी क्वारंटीन सेंटर में रखा जा रहा है परन्तु इन क्वारंटीन सेंटरों में व्यवस्थाओं के नाम पर कुछ भी नहीं है। ग्रामीण क्षेत्रों में बनाये गये इन क्वारंटीन सेंटरों में पीने के पानी तथा शौचालय तक की कोई व्यवस्था नहीं है।
उन्होंने कहा कि पर्वतीय जनपदों के ग्रामीण क्षेत्रों में बनाये गये क्वारंटीन सेंटर में बदहाली एवं बद इंतजामी के हालात ऐसे हैं कि जनपद नैनीताल के बेतालघाट क्वारंटीन सेंटर में एक चार वर्ष की बच्ची की जहरीले सांप के काटने से मृत्यु हो गई, जनपद पौडी गढ़वाल के बीरोंखाल ब्लाक के बिरगणा गांव तथा पाबौ ब्लाक के पीपली गांव के क्वारंटीन सेंटरों में उपचार न मिलने के कारण दो युवकों की मौत हो गई, जनपद चम्पावत में लधिया घाटी के बालातडी गांव में छात्रा की होम क्वारंटीन में मौत तथा उत्तरकाशी में क्वारंटीन सेंटर में उपचार न मिलने के कारण एक युवक को देहरादून भेजा गया परन्तु उपचार से पूर्व उसकी मौत हो गई। वहीं रूद्रपुर में एक लड़की की लाश तीन दिन तक कोरोना रिपोर्ट के इंतजार में सड़ती रही। इसके अलावा विकासखण्ड द्वारीखाल के जसपुर गांव में संदीप कुमार नामक युवक जिसे घर वापसी पर छह दिन के लिए क्वारंटीन किया गया था, जिसने आर्थिक तंगी के चलते आत्महत्या कर ली। ये सभी घटनायें राज्य सरकार की लापरवाही एवं क्वारंटीन सेंटर की बदहाली एवं बदइंतजामी की कहानी बयां करते हैं तथा इससे ऐसा लगता है कि कोरोना महामारी की बजाय क्वारंटीन सेंटर में बद इंतजामी के चलते लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ रहा है।
श्री सिंह ने मुख्यमंत्री से मांग की कि प्रवासी नागरिकों के लिए बनाये गये क्वारंटीन सेंटर की व्यवस्था सुधारी जाये तथा सभी मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये की सहायता राशि के रूप में दिये जाएं।
सं. उप्रेती
वार्ता
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