राज्य » अन्य राज्यPosted at: Jul 6 2020 3:24PM नागालैंड में एनपीएफ ने पत्र के मुद्दे पर राज्यपाल का किया समर्थनकोहिमा, 06 जुलाई (वार्ता) नागा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ) के अध्यक्ष एवं नागालैंड के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ शुरहोजेली लीजेत्सु ने राज्य में कानून एवं व्यवस्था की बिगड़ती हुई स्थिति को लेकर राज्यपाल आर एन रवि के पत्र का समर्थन किया है। डॉ लीजेत्सु ने रविवार देर रात एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि राज्यपाल के पत्र से नागालैंड की जनता और मुख्यमंत्री नेफियू रियो दोेनों में से किसी को कोई हैरानी नहीं हुई क्योंकि पिछले वर्ष 23 अगस्त को भी श्री रवि ने सरकार को पत्र लिखा था। एनपीएफ अध्यक्ष ने कहा कि श्री रवि ने यह पत्र जनता की परेशानियाें को ध्यान में रखकर लिखा है। इसमें उनका कोई निजी लाभ अथवा हित नहीं है। राज्यपाल ने कानून एवं व्यवस्था के मुद्दे पर 14 नवंबर को भी एक पत्र लिखकर सरकार को इस ओर ध्यान देने के लिए कहा था। डॉ लीजेत्सु ने कहा कि श्री रवि ने राज्य का संवैधानिक प्रमुख होने के नाते अपने दायित्वों का पालन करते हुए सरकार की विफलताओं को उजागर करने का काम किया है। इसलिए एनपीएफ के महासचिव अचूमबेमो किकोन ने राज्य की मौजूदा एनडीपीपी के नेतृत्व वाली पीडीए गठबंधन सरकार से नैतिकता के आधार इस्तीफा देने की मांग की है। दरअसल, नागालैंड के राज्यपाल ने कानून एवं व्यवस्था की बिगड़ती हुई स्थिति को लेकर मुख्यमंत्री को एक पत्र लिखा था जिसके जवाब में राज्य सरकार ने कहा है कि नागालैंड में कानून एवं व्यवस्था की मौजूदा स्थिति सामान्य एवं शांतिपूर्ण है। इसके अलावा कांग्रेस ने भी नागालैंड में कानून एवं व्यवस्था की मौजूदा स्थिति के सामान्य होने के राज्य सरकार के दावे की आलोचना करते हुए इसे जनता का अपमान करार दिया है। नागालैंड प्रदेश कांग्रेस समिति (एनपीसीसी) के अध्यक्ष के थेरी ने रविवार को एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा था, “ क्षेत्रीय पार्टी के सत्ता में आने के बाद से ही राज्य सरकार ने कानून एवं व्यवस्था के मुद्दे पर आत्मसमर्पण कर दिया है। राज्य में कई समानांतर स्वयंभू सरकारें चल रही हैं। राज्य सरकार की अपेक्षा इन स्वयंभू सरकारों का अधिक बोलबाला है। सोशल मीडिया की ओर देखने से पता चलता है कि लोग राज्य सरकार की आलोचना करने से नहीं डर रहे हैं बल्कि इन स्वयंभू सरकारों के खिलाफ कुछ भी बोलने से कतरा रहे हैं।” रवि जितेन्द्रवार्ता