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21 महिलाओं को तीलू रौतेली, 22 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को पुरस्कुृत किया

देहरादून 08 अगस्त (वार्ता) उत्तराखंड मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत एवं महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्य ने शनिवार को संयुक्त रूप से वीरांगना तीलू रौतेली के जन्म दिवस पर शिक्षा, समाज सेवा, खेल समेत विभिन्न क्षेत्रों में बेहतर काम करने वाली 21 महिलाओं एवं किशोरियों और 22 आंगनबाडी कार्यकर्ताओं को सम्मानित किया गया।
राज्य के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने तीलू रौतेली पुरस्कार प्राप्त करने वाली सभी महिलाओं एवं अपनी क्षेत्र में बेहतर कार्य करने वाली आंगनबाडी कार्यकर्ताओं को वीडियाें कोंफ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित करते हुए शुभकामनाएं दी।
देहरादून जनपद की विभूतियों को मुख्यमंत्री ने स्वयं, जबकि अन्य को वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से सम्बन्धित जनपदों में विधायक एवं जिलाधिकारियों की उपस्थिति में यह पुरस्कार प्रदान किये गये।
सचिवालय में महिला सशक्तिकरण एवं बाल कल्याण विभाग की ओर से आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड देव भूमि के साथ ही वीर भूमि भी है। देश की आजादी के पहले और बाद में देश की सुरक्षा एवं अखण्डता लिये बलिदान देने वाला छठा बलिदानी उत्तराखण्ड का है। इसी के दृष्टिगत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राज्य में चार धामों के अतिरिक्त पाँचवां धाम सैन्य धाम भी बताया है। उन्होंने कहा कि वीरांगना तीलू रौतेली जैसे बलिदानी सदैव हमारे प्रेरणाश्रोत रहे हैं।
उन्होंने कहा कि राज्य के विकास में महिलाओं की अहम भूमिका रही है। महिलाओं को घर और बाहर की दोहरी जिम्मेदारीरियों का निर्वहन करना पड़ता है। महिलाओं के आर्थिक स्वावलम्बन के लिये केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा अनेक योजनायें संचालित की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि अयोध्या में राम मन्दिर के भूमि पूजन के अवसर पर प्रधानमंत्री का जय सिया राम कहना महिलाओं के प्रति सम्मान प्रकट करता है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि अगले वर्ष से राज्य वीरांगना दिवस तीलू रौतेली पुरस्कार की धनराशि 21 हजार से बढ़ाकर 31 हजार तथा आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को पुरस्कार की धनराशि 11 हजार से बढ़ाकर 21 हजार की जायेगी। उन्होंने कहा कि समाज के समग्र विकास में स्त्री और पुरूष की समान भागीदारी है। समाज के महत्वपूर्ण अंग होने के नाते स्वस्थ समाज के निर्माण में भी इन की समान भूमिका है। स्त्री और पुरूष को समान रूप से आर्थिक रूप से मजबूत करना समय की जरूरत है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाओं की आर्थिक स्थिति की मजबूती के लिये महिला किसानों एवं स्वयं सहायता समूहों को पांच लाख तक बिना ब्याज के ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि खेती की बेहतरी के लिये पहले महिलाओं को दो प्रतिशत ब्याज पर ऋण दिया जा रहा था। इस क्षेत्र में उनके बेहतर कार्य को देखते हुए अब तीन लाख की धनराशि उन्हें बिना ब्याज के उपलब्ध करायी जायेगी।
श्री त्रिवेन्द्र ने कहा मुख्यमंत्री ने कहा कि अनाथ व निराश्रित बच्चों को अनाथालयों में रखे जाने की व्यवस्था है। जहां बेटियां ज्यादा रहती हैं। इनके लिये राज्य सरकार द्वारा देश में अपनी तरह की पहल कर इनके लिये सरकारी सेवाओं में पांच प्रतिशत आरक्षण की व्यवस्था की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वास्तव में जिनके लिये आरक्षण की आवश्यकता है उन्हें मिलना चाहिए। हमारी सोच में विश्वास का भाव होना चाहिए। उन्होंने कहा कि बच्चों में आत्म विश्वास पैदा करना जरूरी है। उन पर हमें भरोसा करना चाहिए। हमारी बेटियां हर क्षेत्र में बड़ी भूमिका निभा सकती हैं।
उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के इस दौर में राज्य सरकार द्वारा संसाधनों की कमी के बावजूद सभी वर्गों का ध्यान रखा गया है, चाहे वह श्रमिक हो, टैक्सी ड्राइवर हो या होटल कर्मी सभी को आर्थिक मदद दी गई है। आंगनवाड़ी कार्यकर्तियों को भी दो हजार की धनराशि उपलब्ध करायी गयी है।
मुख्यमंत्री ने बैडमिंटन खिलाड़ी एवं प्रशिक्षक उन्नति बिष्ट, मास्क तैयार करने, प्रशिक्षण देने तथा खाद्यान्न वितरण में सहयोगी रही संगीता थपलियाल, स्वयं सहायता समूहों के गठन, टेक होम राशन वितरण, कुपोषित बच्चों को ऊर्जा पुष्टाहार तैयार करने में सहयोगी रही गीता मौर्य को तीलू रौतेली राज्य स्त्री शक्ति तथा विभागीय कार्यक्रमों के बेहतर क्रियान्वयन, कम्युनिटी सर्विलांस आदि कार्यों के लिये आंगवाड़ी कार्यर्तियों सुधा, सीमा तथा फातिमा को पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया। अन्य लोगों को जनपदों में यह पुरस्कार प्रदान किये गये हैं।
श्रीमती आर्या ने वीरांगना तीलू रौतेली की वीरगाथा परिचय देते हुए कहा कि प्रदेश के गढ़वाल क्षेत्र की तीलू रौतेली एक ऐसी वीरांगना थी, जो मात्र 15 साल की उम्र में ही रणभूमि में कूद गई थी। उन्होंने सात साल तक दुश्मन राजाओं को कड़ी चुनौती दी थी। मात्र 15 से 20 साल की उम्र में सात युद्ध लड़ने वाली तीलू रौतेली एक मात्र ऐसी वीरांगना है जिनकी जयंती पर प्रदेश सरकार द्वारा महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में कार्य करने वाली महिलाओं को हर साल तीलू रौतेली के जन्म दिन के अवसर पर पुरस्कृत किया जाता है। इसमें वे महिला शामिल हैं जिन्होंने शिक्षण, समाज सेवा, साहसिक कार्य, खेल, कला, क्राफ्ट, संस्कृति, पर्यावरण एवं कृषि आदि क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किया हो।
श्रीमती आर्य ने कहा कि कोरोना वारियर के रूप में उल्लेखनीय कार्य करने वाली आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को भी इनके साथ सम्मानित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भूमि के कागजातों में पति के साथ पत्नी का नाम जुड़ने से उन्हें ऋण आदि सुविधा प्राप्त करने में मदद मिलेगी। उन्होंने मुख्यमंत्री से महिलाओं को 50 लाख तक की सम्पति क्रय करने पर मात्र एक रूपये शुल्क लिये जाने की बात कही। अभी महिलाओं को 25 लाख की रजिस्ट्री पर 25 प्रतिशत की छूट प्रदान की जा रही है।
मंत्री ने आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को रक्षाबंधन पर 1000 रुपये की अतिरिक्त धनराशि प्रदान करने के लिये उन्होंने मुख्यमंत्री का आभार भी जताया।
इस अवसर पर सचिव सौजन्या, निदेशक डॉ. वी षणमुगम के साथ ही अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
सं. उप्रेती
वार्ता
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