Wednesday, Apr 24 2024 | Time 04:28 Hrs(IST)
image
राज्य » अन्य राज्य


त्रिपुरा के पत्रकारों ने राज्य सरकार से बचाने की प्रधानमंत्री से लगाई गुहार

अगरतला, 07 अक्टूबर (वार्ता) त्रिपुरा के मीडियाकर्मियों के शीर्ष निकाय '' पत्रकारों की सभा (एओजे) '' ने मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देव की मीडियाकर्मियों को चेतावनी देने तथा प्रेस के स्वतंत्र कामकाज में हस्तक्षेप करने को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह तथा प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया (पीसीआई) के अध्यक्ष को शिकायत दी है।
एओजे के अध्यक्ष सुबल कुमार डे ने यहां सोमवार को कहा '' सरकार ने दुर्व्यवहार के साथ-साथ अब एक सर्कुलर द्वारा आधिकारिक समाचार स्रोतों पर रोक लगा दी है। परिणामस्वरूप अब पत्रकारिता करना बेहद कठिन है। हमने प्रधानमंत्री और प्रेस काउंसिल से ऐसे संवेदनशील मुद्दों पर संज्ञान लेने तथा मामले में हस्तक्षेप कर त्रिपुरा के मीडियाकर्मियों को सरकार के प्रतिशोध से बचाने की अपील की है। ''
श्री डे ने बताया कि प्रधानमंत्री, गृह मंत्री तथा पीसीआई के अध्यक्ष को लिखे पत्र में मुख्यमंत्री की आलोचना करने वालों के खिलाफ राज्य सरकार की कथित आक्रामक तथा मीडिया विरोधी नीतियों का वर्णन किया गया है। पत्र में बीते 11 सितंबर को श्री देव द्वारा भरी सभा में पत्रकारों को उनकी सरकार की आलोचना करने संबंधी खबरें लिखने के लिये कथित रूप से चेतावनी देने का भी जिक्र है।
श्री डे ने कहा '' इतिहास उन्हें माफ नहीं करेगा, त्रिपुरा के लोग उन्हें माफ नहीं करेंगे, मैं उन्हें माफ नहीं करूंगा। इतिहास श्री देव के उस बयान का गवाह है, जिसमें उन्होंने कहा था '' मैं बिप्लब देव, वहीं करता हूं जो मैं कहता हूं '' जो राज्य के पत्रकारों के लिये एक सीधा खतरा माना जा रहा है। ''
पत्र में कहा गया कि मुख्यमंत्री की चेतावनी के बाद छह पत्रकारों के साथ मारपीट की गयी और अन्य आठ मीडियाकर्मियों को राज्य के विभिन्न हिस्सों में उपद्रवियों द्वारा श्री देव के खिलाफ लिखने के लिये धमकी दी गयी। एओजे ने पत्र में यह आरोप लगाया कि मीडिया संस्थानों के सरकारी विज्ञापनों को कम करने के लिये प्रशासन कथित रूप से पत्रकारों तथा संपादकों के खिलाफ झूठे मामले दर्ज कर रहा है। साथ ही नोटिस जारी कर समाचार स्रोतों का खुलासा करने की मांग की जा रही है।
एओजे ने राज्य भर के विभिन्न पुलिस थानों में दर्ज शिकायतों के बावजूद पत्रकारों के खिलाफ अपराधों पर पुलिस की निष्क्रियता का आरोप लगाते हुये दावा किया कि श्री देव के शासन के पिछले 30 महीनों में 23 पत्रकारों के साथ मारपीट की गयी तथा हर घटना की पुलिस शिकायत की गयी, लेकिन अभी तक एक भी गिरफ्तारी नहीं हुयी है। यहां तक कि राज्य सरकार ने एक बार भी मीडिया पर इस तरह के हमलों की निंदा नहीं की है।
एओजे ने कहा कि कोरोना के कुप्रबंधन तथा संबंधित भ्रष्टाचार पर लिखने वाले समाचार पत्रों तथा पत्रकारों को निशाना बनाया जा रहा है तथा सरकारी क्षेत्रों में काम कर रहे उनके पारिवारक सदस्यों को अत्याचारों का सामना करना पड़ रहा है।
सं जितेन्द्र
वार्ता
More News
पड़ोसी मुल्क से बंगाल में लगातार हो रहा है घुसपैठ: शाह

पड़ोसी मुल्क से बंगाल में लगातार हो रहा है घुसपैठ: शाह

23 Apr 2024 | 9:37 PM

रायगंज/मालदा 23 अप्रैल (वार्ता) केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को कहा कि पड़ोसी मुल्क के घुसपैठिए बेरोकटोक पश्चिम बंगाल में आ रहे हैं और यदि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सत्ता में आयी, तो वह बंगलादेश से होने वाले घुसपैठ रोक लगा देगी।

see more..
विश्व-स्तर की शिक्षा व सेवा प्रदान करना एम्स संस्थानों की बड़ी उपलब्धि: मुर्मू

विश्व-स्तर की शिक्षा व सेवा प्रदान करना एम्स संस्थानों की बड़ी उपलब्धि: मुर्मू

23 Apr 2024 | 9:28 PM

ऋषिकेश, 23 अप्रैल (वार्ता) राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने मंगलवार को उत्तराखंड के ऋषिकेश स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) चतुर्थ दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में प्रतिभाग किया।

see more..
विशाखापत्तनम बनेगा आंध्र का भाग्य: जगन

विशाखापत्तनम बनेगा आंध्र का भाग्य: जगन

23 Apr 2024 | 9:21 PM

विशाखापत्तनम, 23 अप्रैल (वार्ता) आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री और वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष वाई एस जगन मोहन रेड्डी ने मंगलवार को कहा कि भाग्य का शहर विशाखापत्तनम, प्रदेश का भाग्य बनेगा और बेंगलुरु, हैदराबाद और चेन्नई जैसे शहरों से प्रतिस्पर्धा करेगा।

see more..
image