राज्य » अन्य राज्यPosted at: Nov 10 2020 7:37PM कोनराड सरकार के खिलाफ कांग्रेस का अविश्वास प्रस्तावशिलांग ,10 नवंबर (वार्ता) मेघालय विधानसभा के अध्यक्ष मेत्बाह लिंगदोह ने विपक्षी कांग्रेस की ओर से भारतीय जनता पार्टी समर्थित एवं नेशनल पीपल्स पार्टी नीत मेघालय डेमोक्रेटिक गठबंधन सरकार के खिलाफ पेश अविश्वास प्रस्ताव को मंगलवार को स्वीकार कर लिया। प्रश्नकाल के तुरंत बाद श्री लिंगदोह ने सदन को बताया कि विपक्ष के नेता मुकुल संगमा ने दस अन्य विधायकों के हस्ताक्षरयुक्त एक नोटिस दिया है जिसमें उन्होंने श्री कोनराड संगमा नीत मंत्रिमंडल से विश्वास हासिल करने की मांग की है। कांग्रेस विधायकों ने विधानसभा आयुक्त और सचिव एंड्रयू साइमन्स के माध्यम से एक प्रस्ताव में कहा,“मुख्यमंत्री, कोनराड संगमा के नेतृत्व में मंत्रिपरिषद लोगों की भलाई को प्रभावित करने वाले कईं और महत्वपूर्ण मुद्दों का समाधान करने करने में पूरी तरह विफल रही है।” उन्होंने कहा,“सरकार राज्य के हितों की रक्षा करने में विफल रही है और साथ ही सभी मोर्चों में विफल रही है।” अविश्वास प्रस्ताव को स्वीकार करने से पहले, अध्यक्ष ने विपक्ष से मुख्यमंत्री कोनराड संगमा के नेतृत्व वाले मंत्रिपरिषद में अविश्वास प्रस्ताव के समर्थन में कम से कम 10 विधायकों को इसमें शामिल करने के लिए कहा।प्रस्ताव के समर्थन में 10 से अधिक सदस्यों के जुड़ने के बाद श्री लिंगदोह ने घोषणा की कि प्रश्नकाल के बाद बुधवार को सुबह 11 बजे अविश्वास प्रस्ताव लिया जाएगा।इस बीच मुख्यमंत्री कोनराड संगमा ने विश्वास व्यक्त किया कि वह आसानी से अविश्वास प्रस्ताव पर जीत हासिल कर लेंगे।साठ सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस के 19 विधायक हैं। सत्तारूढ़ एमडीए के खाते में एनपीपी के 21 विधायक, यूनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी के सात, पीपुल्स डेमोक्रेटिक फ्रंट के चार, भाजपा और हिल स्टेट पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के दो-दो तथा राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी तथा खुन हीन्नीट्रेप नेशनल अवेकनिंग मूवमेंट एक-एक के अलावा तीन निर्दलीयों का भी समर्थन हासिल है। अध्यक्ष लिंगदोह यूडीपी के टिकट पर चुनाव जीते हैं जबकि उपाध्यक्ष टी डी शिरा ने एनपीपी के टिकट पर जीत हासिल की है। संजय जितेन्द्रवार्ता