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भारत-नेपाल सीमा खोलने को लेकर बनबसा में व्यापारियों का प्रदर्शन

नैनीताल, 22 नवम्बर (वार्ता) भारत और नेपाल के बीच अंतरराष्ट्रीय सीमा को खोलने और भारतीय व्यापारियों को नेपाल में निर्बाध प्रवेश की मांग को लेकर बनबसा के व्यापारियों ने रविवार को प्रदर्शन किया।
बनबसा व्यापार मंडल ने आज अपने प्रतिष्ठान बंद कर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गये हैं। इस मामले में विरोध प्रदर्शन भी किया गया।
बनबसा व्यापार मंडल के अध्यक्ष भरत भंडारी ने आरोप लगाया कि नेपाल के साथ हमारा रोटी बेटी का संबंध है। भारत का अधिकांश व्यापार नेपाल पर निर्भर है। खासकर बनबसा व महेन्द्रनगर-धनगढ़ी के बीच व्यापार प्रमुख कड़ी है। पिछले कई महीनों से अंतरराष्ट्रीय सीमा बंद होने से दोनों देशों के बीच व्यापारिक गतिविधियां ठप पड़ी हैं। ऐसे में व्यापारियों के सामने भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गयी है।
उन्होंने कहा कि प्रतिबंधों के चलते भारतीय व्यापारी नेपाल नहीं जा पा रहे हैं। यदि भारतीय व्यापारी वैध तरीके से नेपाल की सीमा में घुसता है तो नेपाली सुरक्षाकर्मी भारतीय व्यापारियों को तमाम तरह से परेशान कर रहे हैं। व्यापारियों को वहां परिवहन की सुविधा तक नहीं दे रहे हैं। ऐसे में व्यापारी अपनी पुरानी लागत भी नहीं वसूल पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जबकि नेपाली नागरिकों की भारत में निर्बाध आवाजाही है लेकिन भारतीय व्यापारियों तथा लोगों को नेपाली सुरक्षा एजेसियां परेशान कर रही हैं।
उन्होंने कहा कि भारत तथा नेपाल के बीच अंतर्राष्ट्रीय सीमा पूरी तरह से खुलने तक चार घंटे आवाजाही की छूट दी जाये। सुबह आठ से दस बजे तक तथा शाम को दो से चार बजे के बीच आने जाने की छूट दोनों देशों की ओर से दी जाये। इससे दोनों ओर से अवैध गतिविधियों तथा कारोबार पर रोक लगेगी। उन्होंने मांग की कि नेपाल की तर्ज पर यहां नेपाली नागरिकों का कोरोना टेस्ट भी जरूरी कराया जाना चाहिए।
उन्होंने बताया कि आज व्यापारियों के दबाव के बाद प्रशासन की ओर से नेपाली नागरिकों का एंटीजेंट टेस्ट किया गया और 22 लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई। उन्होंने आरोप लगाया कि भारत कब तक एकतरफा मित्रता निभाता रहेगा। उन्होंने कहा कि जब तक प्रशासन उनकी मांगों को नहीं मानेगा तब तक अनिश्चितकालीन बंद रहेगा।
दूसरी ओर व्यापारियों की मांगों पर पर चंपावत के जिलाधिकारी एसएन पांडे ने कहा कि यह दो देशों के बीच का मामला है। भारत की ओर से आवाजाही पर कोई प्रतिबंध नहीं है लेकिन नेपाल सरकार ने सीमा को 31 दिसंबर तक बंद करने का निर्णय लिया है। ऐसे में वे व्यापारियों को अपनी ओर से अधिक से अधिक सुविधा प्रदान करने की कोशिश करेंगे।
सं राम
वार्ता
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