राज्य » अन्य राज्यPosted at: Nov 23 2020 7:00PM ब्रू सेटलमेंट विरोधी आंदोलन से सामुदायिक विभाजनअगरतला 23 नवंबर (वार्ता) मिजोरम के ब्रू शरणार्थियों के पुनर्वास किये जाने का विरोध करते हुए आंदोलन के दो प्रदर्शनकारियों की मौत के बाद उत्तरी त्रिपुरा के दो उप मंडलों-कंचनपुर और पानीसागर इलाकों में व्याप्त तनाव धीरे-धीरे उनोकोटी जिले के कुमारघाट तक फैल चुका है।आंदोलन के दौरान, तीन वाहनों एवं एक मोटरसाइकिल को आग के हवाले कर दिया गया। इसके अलावा फटिक्रोय-कमालपुर सडक मार्ग को देमदम में सड़क जाम कर रहे लोगों, जिनमें मारे गये पहले सरकारी कर्मी अग्निशमन कर्मी विश्वजीत देववर्मा के रिश्तेदारों की भीड़ भी शामिल थी। उग्र आंदोलनकारियों के नृशंस करतूत में विश्वजीत के मारे जाने के विरोध में शुरु हुए इस आंदोलन एवं ब्रू विरोधी आंदोलनकारियों को हटाने के प्रयास के दौरान पांच पुलिसकर्मियों समेत सात लोगों को मारकर घायल कर दिया गया। राष्ट्रीय राजमार्ग आठ पर सड़क जाम कर रहे लोगों में विश्वजीत की मौत से अधिक ब्रू को राज्य के विभिन्न स्थानों पर शरण दिये जाने का विरोध करने वाले शामिल थे। दो दिन पहले ही पानीसागर के अग्निपासा में पुलिस फायरिंग में मारे गये श्रीकांत दास (46) की मौत को लेकर लोग खासे आंदोलित थे। उन्होंने कई निजी वाहनों को आग के हवाले कर दिया। इस घटना ने आग में घी का काम किया और आंदोलनकारियों ने उसे ‘खाकी वर्दी’ पहना देख विश्वजीत को पुलिस का आदमी समझ इस बुरी कदर पिटाई की कि अस्पताल पहुंचते-पहुंचते उन्होंने दम तोड़ दिया।पुलिस उप-महानिरीक्षक (उत्तरी क्षेत्र) एल डार्लाेंग ने बताया कि सभी जिलों में स्थिति अब सामान्य हो चुकी है तथा सभी वारदात स्थलों पर पर्याप्त संख्या में पुलिस बल तैनात किए गए हैं। उन्होंने कहा,“जेएमसी नेताओं के साथ हड़ताल के उठाने को लेकर बातचीत अभी जारी है। उन्होंने कहा कि समाज कल्याण मंत्री संतन चकमा और अन्य (जेएमसी नेताओं) की निर्धारित बैठक अभी तक नहीं हुई है जो आज निर्धारित है।”इसबीच जेएमसी नेताओं की त्रिपुरा के मुख्यमंत्री विप्लव कुमार देव के साथ आज प्रस्ताविक बैठक को बिना कोई कारण बताये टाल दिया गया है। संजय आशाजारी.वार्ता