राज्य » अन्य राज्यPosted at: Dec 24 2020 9:10PM एनएलएफटी के चार उग्रवादियों का हथियारों समेत आत्मसमर्पणअगरतला 24 दिसंबर (वार्ता) एनपीसीसी के अपहृत तीन श्रमिकों की रिहाई के ठीक अगले ही दिन गुरुवार को प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन नेशनल लिबरेशन फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (एनएलएफटी) के चार उग्रवादियों ने यहां राज्य के पुलिस महानिदेशक वी एस यादव के समक्ष हथियारों के साथ आत्मसमर्पण कर दिया। श्री यादव ने मीडियाकर्मियों से कहा कि आत्मसमर्पण करने वाले उग्रवादियों ने दो एके 56 राइफल, एक एके बायोनेट, चार एके मैगजीन, 119 एके गोलियां, एक वायरलेस हैंडसेट और डेढ़ लाख म्यांमार की नगदी (क्यात) भी पुलिस को सौंपी। इन उग्रवादियों के नाम रथाम कालोई और जॉय सधान जमैता (दोनों गोमती जिला), मधु रंजन नोआतिया (दक्षिण त्रिपुरा) तथा कुक्लिया त्रिपुरा (धलाई जिला) हैं। श्री यादव ने बताया कि समर्पण करने वाले उग्रवादियों ने पूछताछ के दौरान खुलासा किया कि नवंबर 2018 से जनवरी 2019 के बीच एनएलएफटी के विश्व मोहन गुट के आत्मसमर्पण कर चुके तीन उग्रवादियों समेत 17 नेताओं एवं कैडरों को पूर्वोत्तर के अन्य उग्रवादियों के साथ म्यांमार के तग्गा स्थित कांग्लेई योल कन्ना लुप शिविर में विशेष प्रशिक्षण दिया गया था। उन्होंने दावा किया कि आत्मसमर्पण करने वाले उग्रवादियों ने कहा है कि त्रिपुरा की स्वतंत्रता की लड़ाई पूरी तरह झूठा है और इससे राज्य के स्वदेशी लोगों के समग्र विकास और बेहतर भविष्य की कोई संभावना नहीं है। इसके अलावा उग्रवादियों ने कहा कि एनएलएफटी गंभीर वित्तीय और संगठनात्मक संकट से गुजर रहा है, जिसने उन्हें मुख्यधारा में शामिल होने के लिए प्रेरित किया।संजय, यामिनीवार्ता