राज्य » अन्य राज्यPosted at: Feb 13 2021 6:50PM आपदा प्रभावित इलाकों में बचाव कार्याें में तेजी लाने के निर्देशचमोली 13 फरवरी (वार्ता) उत्तराखंड के चमोली जिले की जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने आपदा प्रभावित इलाकों तपोवन और रैणी में चल रहे राहत एवं बचाव कार्यों का निरीक्षण करते हुए कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए।सुश्री भदौरिया ने तपोवन में परिजनों से भी मुलाकात की और उन्हें सांत्वना देते हुए राहत कार्यो की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि टनल में जाने के लिए सभी प्रयास किए जा रहे है। साथ ही विभिन्न स्थानों पर मलवे से लापता लोगों की तलाश की जा रही है।रैणी क्षेत्र मे चार एक्साबेटर और एक डोजर मशीन मलवे मे शवों की तलाश कर रही है। रैणी मे लोकल लोगो एवं परिजनों से मिल रही जानकारी एवं पुरानी फोटो के आधार पर कंपनी के आवास, आफिस, स्टोर और जहां पर भी संभावना लग रही है वहां पर मलवा हटाया जा रहा है। इसके अलावा तपोवन वैराज साइड मे कुछ लोग गिरते हुए देखे गए थे वहां पर भी एप्रोच बनाया जा रहा है जिससे यहां पर एक्साबेटर को उतार कर मलवे से लापता लोगो की तलाश की जा सके।गौरतलब है कि गत सात फरवरी को रैणी- तपोवन क्षेत्र में आई आपदा में अभी तक कुल 38 शव एवं 18 मानव अंग अलग-अलग स्थानों से बरामद किये गये हैं। चमोली जिले में 30 शव एवं 18 मानव अंग, रुद्रप्रयाग में छह शव, पौड़ी तथा टिहरी गढ़वाल जिले में एक-एक शव बरामद किया गया है।बरामद 38 शवों एवं 18 अंगों में से 12 शवों एवं 01 मानव अंग की शिनाख्त की जा चुकी है। जिन शवों की शिनाख्त नहीं हो पाई है उन सभी शवों का डीएनए संरक्षित किया गया हैं।कोतवाली जोशीमठ में अभी तक 14 व्यक्तियों की गुमशुदगी दर्ज की जा चुकी है एवं 41 परिजनों के डीएनए संरक्षित किये जा चुके हैं।शवों को डिस्पोजल करने के लिए गठित कमेटी द्वारा नियमानुसार 72 घंटे के बाद शवों का अंतिम संस्कार किया जा रहा है। अब तक कुल 15 शव एवं 10 मानव अंगों का नियमानुसार 72 घंटे के बाद दाह संस्कार किया जा चुका है।सं.संजयवार्ता