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पुड्डुचेरी को राज्य का दर्जा देने की घोषणा करे मोदी : रामदास

पुड्डुचेरी, 24 फरवरी (वार्ता) पुड्डुचेरी के पूर्व सांसद प्रोफेसर एम.रामदास ने बुधवार को अपील करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपने पुड्डुचेरी दौरे पर राज्य के दर्जे को लेकर कोई घोषणा करनी चाहिए। श्री मोदी को गुरुवार को पुड्डुचेरी के दौरे पर जायेंगे।
श्री रामदास ने यहां कहा कि केंद्र शासित प्रदेश को वर्ष 1954 में भारतीय संघ में शामिल किया गया था जिसके बाद प्रदेश को 1963 में केंद्र शासित प्रदेश में तब्दील करते हुए केंद्र शासित प्रदेश अधिनियम, 1963 के दायरे में लाया गया था।
केंद्र शासित प्रदेश अधिनियम के तहत प्रदेश में 30 सदस्यीय विधानसभा और एक मंत्रिपरिषद का प्रावधान किया। केंद्र शासित प्रदेश को भारत के राष्ट्रपति द्वारा उनके प्रतिनिधि, उप राज्यपाल (एलजी) के माध्यम से प्रशासित किया जाता है जबकि मुख्यमंत्री और उनके मंत्रिपरिषद सरकार चलाने में सहायता करते हैं।
पुड्डुचेरी विधानसभा में अब तक 14 बार प्रदेश को राज्य का दर्जा देने के लिए प्रस्ताव पारित किया जा चुका है जबकि मई 1987 में राज्य को केंद्र शासित प्रदेश से हटाने के लिए पहली बार केंद्र सरकार से अनुरोध किया गया था।
पूर्व सांसद ने कहा कि पूर्व गृह मंत्री एल के आडवाणी ने वर्ष 1998 में पुड्डुचेरी को राज्य का दर्जा देने की बात को स्वीकार किया था। वर्ष 2005 में भारतीय जनता पार्टी की स्वर्गीय नेता सुषमा स्वराज के कुशल नेतृत्व में गृह मंत्रालय की संसदीय स्थायी समिति ने 18 जून 2005 को पुड्डुचेरी का दौरा किया और उस दौरान प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री एन रंगासामी, अन्य मंत्रियों, विधायकों और अधिकारियों के साथ लगभग तीन दिन तक चर्चा की थी।
उन्होंने कहा कि सभी पहलुओं का विश्लेषण करने के बाद गृह मंत्रालय की संसदीय समिति ने पुड्डुचेरी को विशेष श्रेणी के साथ राज्य का दर्जा देने की सिफारिश की थी। यह रिपोर्ट गृह मंत्रालय और राज्य सभा सचिवालय के पास भी है लेकिन रिपोर्ट पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई।
पूर्व सांसद ने कहा कि गोवा समेत कई केंद्र शासित प्रदेशों को राज्य का दर्जा दिया गया है और पुड्डुचेरी को भी गोवा की तरह राज्य का दर्जा दिया जाना चाहिए अन्यथा यह प्रदेश के साथ राजनीतिक अन्याय होगा।
जतिन.श्रवण
वार्ता
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