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बंगाल में विपक्ष ने आठ चरणों के चुनाव का किया स्वागत

कोलकाता 26 फरवरी (वार्ता) चुनाव आयोग की ओर से शुक्रवार को विधानसभा चुनाव कराने और पश्चिम बंगाल में आठ चरणों में चुनाव कराने का विपक्षी पार्टियों ने स्वागत किया है जबकि भारतीय जनता पार्टी ने कहा है कि इससे स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव कराने में मदद मिलने की संभावना है।
बंगाल में आठ चरणों में चुनावों के संचालन के लिए भारतीय चुनाव आयोग के निर्णय का स्वागत करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय सचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि यह निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए अनिवार्य था।
उन्होंने ट्वीट कर कहा,“पश्चिम बंगाल में शांतिपूर्ण चुनाव के लिए चुनावों की घोषणा के साथ-साथ असामाजिक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई करनी होगी। पश्चिम बंगाल में शांतिपूर्ण चुनाव के लिए राज्य के प्रत्येक जिले में एक निष्पक्ष अधिकारी भी नियुक्त होने चाहिए।”
भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष जयप्रकाश मजूमदार ने कहा,“हम खुश हैं। हमें उम्मीद है कि
चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष होंगे और राज्य के लोगों को बिना किसी भय के उनके लोकतांत्रिक अधिकार का प्रयोग करने की अनुमति दी जाएगी।”
राज्य कांग्रेस ने कहा कि वह 10 से 12 चरणों में चुनाव की उम्मीद कर रही थी।
प्रदेश कांग्रेस नेता मनोज चक्रवर्ती ने कहा कि चुनाव होने चाहिए थे कम से कम 10-12 चरणों में। उन्होने राज्य में खराब कानून और व्यवस्था की स्थिति का आरोप लगाते हुए यह बात कही।
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने कहा कि यदि राज्य में हिंसामुक्त चुनाव होने की स्थिति में चुनाव को आठ चरणों में कराने पर कोई आपत्ति नहीं हैं।
निर्वाचन आयोग ने राजनीतिक रूप से संवेदनशील पश्चिम बंगाल में आठ चरणों तथा असम में तीन चरणों में विधानसभा चुनाव कराने की शुक्रवार को घोषणा कर दी।
मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने यहां संवाददाता सम्मेलन में पश्चिम बंगाल की 294 और असम की 126 विधान सभा सीटों पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था तथा कोविड दिशानिर्देशों के अनुरूप चुनाव कराने का ऐलान किया। इसके साथ ही केरल, तमिलनाडु और केंद्र शासित प्रदेश पुड्डुचेरी में एक-एक चरण में विधानसभा चुनाव कराये जायेंगे। सभी मतदान केंद्रों की मतगणना दो मई को करायी जायेगी। चुनाव प्रक्रिया चार मई को पूरी हो जायेगी।
श्री अरोड़ा ने बताया कि पश्चिम बंगाल की 30 सीटों के पहले चरण के लिए दो मार्च को अधिसूचना जारी की जायेगी और नौ मार्च तक नामांकन पत्र दाखिल किये जा सकेंगे। नामांकन पत्रों की जांच 10 मार्च को होगी और 12 मार्च तक नाम वापस लिये जाएंगे। पहले चरण के लिए 27 मार्च को मतदान होगा।
बंगलादेश, झारखंड और बिहार की सीमा से सटे इस राज्य में दूसरे चरण में 30 सीटों के लिए अधिसूचना पांच मार्च को जारी की जायेगी और 12 मार्च तक नामांकन पत्र दाखिल किये जायेंगे। नामांकन पत्रों की जांच 15 मार्च को होगी और 17 मार्च तक नाम वापस लिये जायेंगे। दूसरे चरण का मतदान एक अप्रैल को होगा।
पश्चिम बंगाल में कुल सात करोड़ 34 लाख सात हजार 832 मतदाता हैं। इस राज्य में वर्ष 2016 में हुए विधानसभा चुनाव के लिए 77 हजार 413 मतदान केंद्र बनाये गये थे, जबकि इस बार एक लाख एक हजार 916 मतदान केंद्र होंगे।
संजय
वार्ता
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