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रिश्वत लेते पकड़े गये राजस्व अमीन को कैद के साथ जुर्माना

देहरादून, 31 मार्च (वार्ता) उत्तराखंड के देहरादून में पुलिस सतर्कता अधिष्ठान (विजीलेंस) द्वारा वर्ष 2009 में मात्र दो हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़े गए राजस्व अमीन को बुधवार को न्यायालय ने कुल सात वर्ष कारावास (कैद) और कुल दस हजार रुपये आर्थिक दंड की सजा सुनाई। इस पर विजीलेंस निदेशक ने सम्बन्धित टीम को नकद पुरस्कार की घोषणा की है।
आधिकारिक सूत्रों ने ‘यूनीवार्ता’ को बताया कि पांच अक्टूबर, वर्ष 2009 मे हिमांशु जोशी, निवासी-304, नैशविला रोड़ देहरादून द्वारा पुलिस अधीक्षक, विजीलेंस को लिखित शिकायत की कि उसकी पत्नी सुषमा जोशी ने प्रधाानमंत्री रोजगार योजना के तहत, भारतीय स्टेट बैंक, राजपुर रोड़ से ऋण लिया था। समय से अदायगी न होने पर बैंक द्वारा ऋण वसूली हेतु कलेक्ट्रट देहरादून को फाइल भेजी गई। इसके आधार पर सम्बन्धित संग्रह अमीन प्रेम नारायण मिश्रा अदायगी हेतु अगले दिन 06 अप्रेल को उसके घर आया। इससेे पूर्व, शिकायत कर्ता की पत्नी द्वारा समाधान योजना में ऋण समायोजन पत्र, जो बैंक द्वारा कुछ शर्तो पर निर्गत किया गया था, उस दिन मध्यान्ह घर आये प्रेम नारायण मिश्रा को दिखाया गया किन्तु अभियुक्त प्रेम नारायण मिश्रा द्वारा समझौता पत्र को न मानते हुये दो हजार रुपये रिश्वत की मांग की गयी।
इसी दौरान, शिकायतकर्ता की शिकायत पर वहां उपस्थित विजीलेंस ट्रेप टीम ने अभियुक्त प्रेमनारायण मिश्रा, तत्कालीन संग्रह अमीन, तहसील देहरादून को शिकायतकर्ता हिमांशु जोशी से उसकी कुर्की की कार्यवाही रोकने की एवज में 2,000/- उत्कोच ग्रहण करते हुये रंगे हाथों गिरफ्तार कर, विजीलेंस सैक्टर देहरादून पर मु0अ0सं0-12/09 धारा-7/13(1)डी सपठित धारा-13(2) भ्र0नि0अधि0 1988 के अन्तर्गत अभियोग पंजीकृत करने के उपरान्त अभियुक्त प्रेमनारायण मिश्रा के विरूद्व आरोप पत्र सक्षम न्यायालय प्रेषित किया गया।
आज बुधवार को न्यायालय ने विजीलेंस के साक्ष्यों के आधार पर संग्रह अमीन अभियुक्त प्रेमनारायण मिश्रा को दोषी पाते हुये भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 की धारा 7 के आरोप में तीन वर्ष की कारावास और 5000 रुपये अर्थदण्ड तथा धारा 13(1)(डी) सपठित धारा 13(2) के आरोप में चार वर्ष (कुल सात वर्ष) कारावास एवं 5000 रुपये कुल दस हजार रुपये के अर्थदण्ड से दण्डित किया गया। निर्णय पर निदेशक, विजीलेंस द्वारा सम्बन्धित विजीलेंस पुलिस टीम को उत्साह वर्धन के लिए नगद पुरस्कार देने की घोषणा की गयी।
सं.संजय
वार्ता
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