Friday, Mar 29 2024 | Time 00:24 Hrs(IST)
image
राज्य » अन्य राज्य


रावत से राज्य आंदोलनकारियों को बहुत उम्मीदे: महेश

सतपुली/देहरादून, 07 अप्रेल (वार्ता) उत्तराखंड में चिह्नित राज्य आंदोलनकारियों को वर्तमान मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत से बहुत उम्मीद हैं।
यह कहना है वरिष्ठ कांग्रेस नेता और चिह्नित राज्य आंदोलनकारी संयुक्त समिति के केंद्रीय प्रवक्ता महेश जोशी का। उन्होंने बुधवार को सतपुली स्थित लोक निर्माण विभाग के गेस्ट हाउस में संवाददाताओं से बातचीत करते हुये कहा कि मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत चूंकि स्वयं राज्य आंदोलनकारी रहे हैं, इसलिए ऐसी उम्मीद है कि वह राज्य आंदोलनकारियों की चिह्नीकरण, 10 प्रतिशत आरक्षण, गैरसैण स्थाई राजधानी, आंदोलनकारियों के आश्रितों को भी पेंशन और राज्य में भ्रष्टाचार पर रोक लगाए जाने हेतु लोकायुक्त की नियुक्ति जैसे मामलों पर सकारात्मक कार्रवाई करेंगे।
उन्होंने पौड़ी में पिछले लंबे समय से चल रहे धरने पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि आंदोलनकारियों की राज्य निर्माण की मूल भावना शिक्षा, रोजगार, स्वास्थ्य जैसे मूलभूत ज्वलंत मुद्दों की अनदेखी की जा रही है । राज्य निर्माण के 21 वर्षो के बाद भी प्रदेश के विकास को कोई नीति नहीं बन पाई। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार की नीति तथा नीयत उत्तराखंड के विकास की नहीं है। उन्होंने कहा कि राज्य को दुधारू गाय के रूप में दोहन किया जा रहा है।
श्री जोशी ने कहा कि राज्य में उत्तर प्रदेश की संस्कृति हावी है। भ्रटाचार चरम पर है। शराब, खनन माफिया सरकार को चलाने का कार्य कर रहे हैं। महिलाओ द्वारा शराब का विरोध करने को आंदोलनरत रहने के बावजूद शराब को घर- घर तक पहुंचाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पिछले चार वर्षों में भाजपा सरकार हर मोर्चे पर नाकाम साबित हुई है ।
उन्होंने कहा कि कोराना काल के दौरान घर लौटे प्रदेश वासियों के उत्थान को सरकार की कोई नीति नहीं बना पाई, जिससे उनके सामने रोजगार का संकट पैदा हो गया है और वे वापसी को मजबूर हो ने लगे हैं । उन्होंने पहाड़ियों में लगी भीषण आग पर भी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि अभी तो गरमी की शुरुआत नहीं हुई है और जंगल धधक रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार हर मोर्चे पर विफल साबित हुई है । सरकार की तरफ से वनों को आग से बचाने की कोई तैयारी नहीं की गई है, जिम्मेवार महकमा शासन- प्रशासन हाथ पर हाथ धरे देख रहा है जिससे करोड़ों की वन सम्पदा स्वाहा हो गई है।
सं. संतोष
वार्ता
image