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चक्रवाती तूफान ‘यास’ ओडिशा तट की ओर बढ़ा, सरकार ने शुरू की तैयारियां

भुवनेश्वर, 24 मई (वार्ता) ओडिशा सरकार ने बंगाल की खाड़ी के ऊपर चक्रवाती तूफान ‘यास’ के तट की ओर बढ़ने पर 10 तटीय जिला प्रशासनों को निचले और तूफानी क्षेत्रों से लोगों को अन्यत्र ले जाने के लिए निकालने का सोमवार को निर्देश दिया।
विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) पी के जेना ने कहा कि तटवर्ती निचले इलाके और तफूान की चपेट में आने वाले क्षेत्रों से लाेगों को निकालने का काम मंगलवार अपराह्न तक पूरा हो जाना चाहिए।
मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने आज कहा कि 10 वरिष्ठ भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) और भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारियों को पांच तटीय जिलों में राहत और प्रतिक्रिया उपायों की निगरानी के लिए प्रतिनियुक्त किया गया है। ये पांच तटीय जिले बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान से बुरी तरह प्रभावित हो सकते हैं।
श्री पटनायक ने कहा कि बालासोर, भद्रक, केन्द्रपाडा, जगतसिंहपुर और मयूरभंज जिलों में एक-एक आईएएस और आईपीएस अधिकारी को तैनात किया जाएगा, इन जिलों को चक्रवाती तूफान से ज्यादा प्रभावित होने की आशंका जतायी गयी है।
बालासोर, भद्रक, केन्द्रपाडा और जगतसिंहपुर जिलों में चक्रवाती तूफान के तट पर टकराने पर ज्वारभाटा उठने से दो से चार मीटर तक की ऊंची लहरों से निचले तटीय क्षेत्रों के जलमग्न होने का अनुमान जताया गया है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि चक्रवाती तूफान यास से निपटने के लिए बचाव और राहत कार्यों के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन बल (एनडीआरएफ) की लगभग 52 टीमें, ओडिशा आपदा त्वरित कार्रवाई बल (ओडीआरएफ) की 60 से अधिक टीमें, अग्निशमन बल की 175 टीमों को तैनात किया गया है।
राज्य सरकार पहले ही भद्रक, बालासोर, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा और मयूरभंज जिलों में रेड अलर्ट जारी कर चुकी है। इसके अलावा क्योंझर, कटक, पुरी, खोरधा, नयागढ़, जयपुर और ढेंकनाल जिलों के कुछ हिस्सों में भी अलर्ट जारी किया गया है।
एसआरसी ने कहा कि चक्रवाती तूफान की चपेट में आने वाले क्षेत्रों से लोगों की निकासी कल दोपहर से पहले पूरी कर ली जाएगी और लोगों से इसमें प्रशासन का सहयोग करने की अपील की गयी है। उन्होंने निचले इलाकों में रहने वाले लोगों से कम से कम 15 घंटे पहले मंगलवार को चक्रवात आश्रयों स्थलों में जाने की अपील की है और कहा कि आश्रय स्थलों में सूखा और पका हुआ भोजन, साफ-सफाई, बिजली, पीने के पानी की पूरी व्यवस्था की गई है।
श्री जेना ने कहा कि स्थानीय प्रशासन, आशा कार्यकर्ता और स्वयंसेवक चक्रवात आश्रयों में लोगों की मदद करेंगे। उन्होंने कहा कि ग्रामीण विकास की लगभग 300 टीमें, निर्माण विभाग की 75 टीमें और जल संसाधन विभाग की टीमें बचाव और राहत कार्यों के लिए तैयार की गयी हैं। बिजली विभाग ने कम से कम समय में बिजली की बहाली के लिए उपकरणों के साथ 10 से 12 हजार से ज्यादा कर्मियों को तैनात किया है।
इस बीच, पूर्वी तटीय रेलवेे की ओर से जारी विज्ञप्ति में यहां बताया गया कि ओडिशा के तटों पर चक्रवाती तूफान यास के टकराने के मद्देनजर कम से कम 90 ट्रेनों को रद्द किया गया है।
उप्रेती.श्रवण
वार्ता
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