राज्य » अन्य राज्यPosted at: Jun 1 2021 5:56PM पेयजल मंत्री चुफाल ने हल्द्वानी में एसटीपी निर्माण में देरी पर जताई नाराजगीनैनीताल, 01 जून (वार्ता) उत्तराखंड पेयजल मंत्री बिशन सिंह चुफाल ने नमामि गंगे परियोजना के तहत 55 करोड़ की लागत से रामनगर में बन रहे सीवर ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी ) का मंगलवार को निरीक्षण किया। और इसके बाद हल्द्वानी में निरीक्षण के दौरान एसटीपी निर्माण कार्य में हो रही देरी पर नाराजगी जताई।श्री चुफाल ने कहा कि एसटीपी का 95 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है। यह प्लांट 15 साल तक पेयजल निगम के अधीन रहेगा। इसके बाद इसे जल संस्थान के सुपुर्द कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि नगर का जो दूषित पानी कोसी नदी में गिर रहा है उसको यह प्लांट शुद्ध कर वापस कोसी नदी में छोड़ रहा है।उन्होंने अधिकारियों को द्वितीय फेज की डीपीआर को शीघ्र बनाने के निर्देश दिए। जिससे कि शहर का गंदा पानी नहरों में ना जाकर ट्रीटमेंट प्लांट में आकर साफ हो सके। उन्होंने कहा कि इस एसटीपी प्लांट की क्षमता सात एमएलडी है, जिसमें अभी 3.30 एमएलटी आना और बाकी है।उन्होंने कहा कि इस प्लांट के लगने के बाद नगर के सीवरेज प्लांट का प्रस्ताव भी भारत सरकार के पास गया हुआ है, वह भी जल्द स्वीकृत हो जायेगा। इसके बाद उन्होंने हल्द्वानी में अमृत योजना के अन्तर्गत 35 करोड 77 लाख की लागत से निर्माणाधीन 28 एमएलडी एसटीपी का भी निरीक्षण किया गया और प्लांट में निर्माण में देरी पर गहरी नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने कार्य को जनवरी 2022 तक पूर्ण होने के निर्देश दिए। श्री चुफाल ने कहा कि इस योजना के पूर्ण होेने पर हल्द्वानी शहर के 33 वार्डो का सीवरेज का 100 प्रतिशत ट्रीटमेंट किया जायेगा। उन्होने कहा वर्ष 2023 तक 9000 घरों को सीवेज आच्छादन हो सकेगा तथा भविष्य मे भी ज्यों-ज्यों सीवर लाइन डाली जायेगी सीवर आच्छादन की स्थिति में भी वृद्धि होगी। निरीक्षण के दौरान मेयर डाॅ जोगेन्दर पाल रौतेला मौजूद रहे।