राज्य » अन्य राज्यPosted at: Jun 3 2021 6:09PM फसल सिंचाई के लिए 12 जून को खुलेगा मेट्टूर बांधचेन्नई, 03 जून (वार्ता) तमिलनाडु में कावेरी डेल्टा के किसानों की जीवन रेखा माने जाने वाले राज्य के सबसे बड़े बांध मेट्टूर के द्वार कुरुवई फसल की खेती के लिए 12 जून पारंपरिक तिथि को खोले जाएंगे। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने स्टेनली जलाशय के स्तर में भंडारण और किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए संबंधित मंत्रियों तथा अधिकारियों के साथ बैठक के बाद 12 जून से सिंचाई के उद्देश्य से बांध खोलने की घोषणा की। बैठक में जल संसाधन मंत्री दुरईमुरुगन, कृषि मंत्री एम आर के पन्नीरसेल्वम तथा संबंधित विभागों सेइस आशय का निर्णय लिया गया। श्री स्टालिन ने एक आधिकारिक विज्ञप्ति में बताया कि वर्तमान में बांध में जल स्तर 120 फीट की अपनी पूर्ण क्षमता के मुकाबले 97.13 फीट है जबकि भंडारण 61.43 टीएमसी फीट पर है।मुख्यमंत्री ने कहा कि इस समय दक्षिण-पश्चिम मानसून बारिश की संभावना को ध्यान में रखते हुए बांध से 12 जून को सिंचाई के उद्देश्य से पानी छोड़ा जाएगा जिससे 2.11 लाख हेक्टेयर जमीन को लाभ पहुंचेगा। इससे त्रिची, तंजावुर, तिरुवरुर, नागपट्टिनम, अरियालुर, पेरम्बलुर, पुदुकोट्टई और कुड्डालोर जिलों में सिंचाई के लिए पानी पहुंच सकेगा।उन्होंने अधिकारियों से कहा कि बांध से छोड़े जाने वाले पानी को आखिरी कोने तक पहुंचाने की दिशा में प्रयास सुनिश्चित करें। किसानों के परामर्श से नहरों से गाद निकालने का कार्य किया जा रहा है और डेल्टा जिलों में 65.11 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से 647 स्थानों पर काम चल रहा है। गौरतलब है कि आठ वर्षों के अंतराल के बाद गत वर्ष 12 जून को बांध से पानी छोड़ा गया था। संजय जितेन्द्रवार्ता