राज्य » अन्य राज्यPosted at: Sep 3 2022 8:26PM देश में असम के बाद बुजुर्गों के लिए सबसे सुरक्षित राज्य है उत्तराखंडदेहरादून 03 सितम्बर(वार्ता) हिमालय की पर्वत कंदराओं में स्थित उत्तराखंड राज्य अपनी प्राकृतिक सुंदरता और देवताओं की भूमि के रूप में भारत ही नहीं, सम्पूर्ण विश्व में विख्यात है। साथ ही, यहाँ के लोग हमेशा दूसरों की मदद को सदैव तत्पर रहते हैं। यही कारण है कि यहाँ विशेषकर, बुजुर्गों (सीनियर सिटीजन) के लिये हमेशा सुरक्षित वातावरण रहा है। यही कारण है कि राष्ट्रीय अपराध शोध संस्थान (एनसीआरबी) की रिपोर्ट में इस बार भी, इसे देश में असम के बाद, बुजुर्गों के लिये सबसे सुरक्षित राज्य घोषित किया गया है। एनसीआरबी की क्राइम इन इंडिया 2021 रिपोर्ट के अनुसार, उत्तराखंड सीनियर सिटीजन के लिए एक सुरक्षित राज्य है। उत्तराखण्ड 0.8 से कम अपराध दर के साथ श्रेणी में असम के बाद दूसरा सुरक्षित राज्य है। रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2021 में राज्य में वरिष्ठ नागरिकों के साथ हुए अपराधों के कुल सात मामले दर्ज हुए। इस सम्बन्ध में राष्ट्रीय औसत 24.5 है।राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी)अशोक कुमार ने शनिवार को बताया कि सीनियर सिटीजन के जीवन एवं सम्पत्ति की सुरक्षा के लिए उत्तराखण्ड पुलिस कटिबद्ध है। उन्होंने बताया कि समस्त जनपद प्रभारियों को सीनियर सिटीजन की सुरक्षा एवं उनके अधिकारों को संरक्षित किये जाने हेतु निर्देशित किया है कि वे उनकी हर समस्या का पता चलते ही, उसे दूर करने की हरसम्भव कोशिश करें। उल्लेखनीय है कि राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) में नियुक्त तत्कालीन सेनानायक (कमांडेंट) भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारी नवनीत सिंह भुल्लर ने अपने अधीनस्थ के सहयोग से कोविड संक्रमण काल में राज्य के सुदूरवर्ती क्षेत्रों में पहाड़ों पर अकेले रहने वाले बुजुर्गों के लिये दवाये, ऑक्सीजन सिलेंडर, घरेलू सामान तक मुहैया कराए थे। साथ ही, उनकी जीवन सुरक्षा के लिये हरसम्भव कार्य किये थे।सं.संजयवार्ता