राज्य » अन्य राज्यPosted at: May 6 2023 3:59PM केटीआर ने तेलंगाना में रखी अमारा राजा की लीथियम सेल निर्माण इकाई की आधारशिलामहबूबनगर, 06 मई (वार्ता) तेलंगाना के सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री के. टी. रामा राव (केटीआर) ने शनिवार को महबूबनगर जिले के दिवितिपल्ली गांव में लीथियम सेल एवं बैटरी पैक निर्माण इकाई के लिए अमारा राजा के गीगा कॉरिडोर की आधारशिला रखी। श्री केटीआर ने इस अवसर पर कहा कि तेलंगाना राज्य आंदोलन के बाद से अमारा राजा समूह क्षेत्रों के विकास के साथ-साथ लोगों को एकजुट करने की दिशा में काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि उद्योग कोई भी हो, हर निवेश के पीछे उद्योग जगत की टीम की कड़ी मेहनत होती है। मंत्री ने इस बात पर प्रकाश डाला कि तेलंगाना में बिना रिश्वत के पारदर्शी तरीके से उद्योगों को आकर्षित करना एक चुनौतीपूर्ण कार्य है हालांकि, अमारा राजा बैटरी संयंत्र की घोषणा के बाद देश के आठ राज्यों ने इसके लिए प्रतिस्पर्धा की। तेलंगाना के उत्कृष्ट बुनियादी ढांचे और औद्योगिक भूमि के साथ पानी की बेहतर उपलब्धता निवेश को आकर्षित करने में राज्य की सफलता का कारण रही है। उन्होंने कहा कि निजी क्षेत्र को बढ़ावा देने और निजी कंपनियों के साथ सहकारी भागीदारी से राज्य में रोजगार के अवसर और धन का सृजन होगा। केटीआर ने राज्य पर भरोसा करने वाले अमारा राजा के प्रबंधन को हर तरह की सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि यह बैटरी संयंत्र प्रदूषण फैलाने वाले पारंपरिक संयंत्र की बजाय शून्य तरल अपशिष्ट पद्धति में अंतरराष्ट्रीय मानकों के साथ स्थापित बैटरी संयंत्र होगा। यह एक गैर-प्रदूषणकारी संयंत्र होगा जो इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए आवश्यक लीथियम-आयन बैटरी बनायेगा। आबकारी मंत्री श्रीनिवास गौड़ ने अनुरोध किया कि कारखाने में स्थानीय लोगों को नौकरी दी जाये और कंपनी प्रबंधन इसके लिए सहमत हो गया है। कंपनी ने इसके पास बने नए आईटी टॉवर में स्थानीय लोगों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू करने का वादा किया है। अमारा राजा समूह के संस्थापक डॉ. रामचंद्र एन गल्ला, एआरबीएल के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक जयदेव गल्ला तथा सरकार और उद्योग जगत के अन्य गणमान्य व्यक्ति इस कार्यक्रम में उपस्थित थे। अमारा राजा ने अपने महबूबनगर संयंत्र में 10 वर्ष में 9,500 करोड़ रुपये का निवेश किया है, जिससे लगभग 10,000 रोजगार (प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष) के अवसर पैदा होंगे। संयंत्र की क्षमता 16 गीगा वाट घंटे होगी, जो पांच लाख दोपहिया वाहनों के लिए बैटरी उपलब्ध कराने के बराबर है।यामिनी, उप्रेतीवार्ता