राज्य » अन्य राज्यPosted at: May 15 2024 10:22PM भाजपा ने टीएमसी के दो उम्मीदवारों का नामांकन रद्द करने की मांग कीकोलकाता, 15 मई (वार्ता) भारतीय जनता पार्टी ने बुधवार को चुनाव आयोग (ईसी) से मांग किया कि वह तृणमूल कांग्रेस के दो लोकसभा उम्मीदवारों, बशीरहाट निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हाजी नुरुल इस्लाम और कोलकाता दक्षिण से माला रॉय के नामांकन पत्रों को गंभीर तकनीकी आधार पर खारिज करे।भाजपा प्रवक्ता जगन्नाथ चटर्जी ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उत्तर 24 परगना के बशीरहाट से चुनाव लड़ रहे इस्लाम ने 7 मई को नामांकन पत्र दाखिल करते समय कथित रूप से अपना ‘सभी बकाया निकासी’ प्रमाण पत्र प्रस्तुत नहीं किया था। इस्लाम 15वीं लोकसभा में सांसद थे और उनका कार्यकाल 18 मई, 2014 को समाप्त हो गया था।श्री चटर्जी ने दावा किया कि चुनाव आयोग के नियमों के अंतर्गत यह अनिवार्य है कि किसी भी उम्मीदवार को 10 वर्षों का अपना बकाया प्रमाणपत्र पेश करना होता है, जिसके लिए बीरभूम से भाजपा उम्मीदवार और पूर्व आईपीएस देबाशीष धर की उम्मीदवारी खारिज कर दी गई थी।उन्होंने कहा कि बशीरहाट से पार्टी की उम्मीदवार रेखा पात्रो के अलावा भाजपा ने भी चुनाव आयोग के साथ-साथ जिला निर्वाचन अधिकारी से इस संबंध में शिकायत दर्ज की है।इसी तरह, भाजपा ने कोलकाता दक्षिण से चुनाव लड़ रही टीएमसी उम्मीदवार माला रॉय के खिलाफ चुनाव आयोग को पत्र लिखा कि वह लाभ के पद पर हैं क्योंकि वह कोलकाता नगर निगम, एक वैधानिक निकाय की अध्यक्ष हैं। श्री चटर्जी ने आरोप लगाया कि केएमसी पद से इस्तीफा दिए बिना माला रॉय लोकसभा चुनाव लड़ रही हैं। भाजपा प्रवक्ता ने दावा किया कि माला रॉय लाभ के पद पर हैं जहां वह केएमसी की संपत्ति, कार और अन्य सुविधाओं का उपयोग करती हैं और उन चीजों को लाभ के पद के दायरे से छूट प्राप्त नहीं है।उन्होंने कहा कि दक्षिण कोलकाता से भाजपा उम्मीदवार देबाश्री चौधरी के साथ-साथ पार्टी ने रॉय की उम्मीदवारी खारिज करने के लिए चुनाव आयोग और स्थानीय चुनाव आयोग के समक्ष शिकायत दर्ज की है। श्री चटर्जी ने कहा कि अभी वे चुनाव आयोग के पास गए हैं और अगर कोई स्थिति उत्पन्न होती है तो न्यायपालिका का दरवाजा खटखटाएंगे। रॉय ने अपने नामांकन पत्र का बचाव करते हुए कहा कि उन्होंने मई 2019 के बाद से केएमसी से कोई मानदेय नहीं लिया है।उन्होंने दावा किया कि केएमसी एक स्वायत्त निकाय है और इसमें वेतन नहीं बल्कि मानदेय है, जिसे उन्होंने मई 2019 से नहीं लिया है।अभय.संजयवार्ता