राज्य » अन्य राज्यPosted at: Sep 7 2024 8:12PM बंगाल राजमार्ग के पास किशोरी बेहोशी की हालत में मिलीकोलकाता, 07 सितंबर (वार्ता) पश्चिम बंगाल के हुगली जिले में 15 वर्षीय किशोरी को कथित तौर पर अपहरण करने और यौन उत्पीड़न के बाद बेहोशी की हालत में अर्ध-नग्न अवस्था में राजमार्ग के पास फेंके जाने के कारण तनाव उत्पन्न हो गया है। पुलिस ने हालांकि यौन उत्पीड़न की घटना से इनकार किया है और कहा है कि उसके साथ छेड़छाड़ा किया गया है तथा इस सिलसिले में यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज की गयी है। वामपंथी दलों ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर हरिपाल थाने और हुगली जिले के पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) के कार्यालय का घेराव किया। किशोरी शुक्रवार रात को हरिपाल में प्रखंड विकास अधिकारी (बीडीओ) कार्यालय के सामने बेहोश और कम कपड़ों में मिली थी।स्थानीय लोगों और किशोरी के रिश्तेदारों ने अपराध की सूचना मिलने के बाद से ही विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। प्रदर्शनकारिययों ने दावा है कि शुक्रवार शाम को सिंगुर में निजी ट्यूशन से घर लौटते समय चार अज्ञात युवकों ने सड़क से किशोरी को कार में अगवा कर लिया। स्थानीय लोगों ने उसे कल रात कोल्ड स्टोरेज के पास एक अंधेरी जगह पर बेहोशी की हालत में पड़ा पाया। पुलिस किशोरी को इलाज के लिए हरिपाल अस्पताल ले गई और पॉक्सो कानून के तहत प्राथमिकी (एफआईआर) दर्ज करने के लिए उसे हरिपाल पुलिस स्टेशन ले आई। हुगली ग्रामीण पुलिस अधीक्षक कमोनाशीष सेन ने कहा कि पीड़िता की मां की शिकायत के बाद घटना की जांच शुरू कर दी गई है। उन्होंने हालांकि किसी भी यौन उत्पीड़न से इनकार किया। एसपी ने कहा, "हमें जो पता चला है कि किशोरी से छेड़छाड़ की गयी है। "मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) की छात्र और युवा शाखा तथा सोशलिस्ट यूनिटी सेंटर ऑफ़ इंडिया (कम्युनिस्ट) से जुड़े विद्यार्थियों ने हरिपाल थाने और एसपी कार्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन किया। वहीं, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की साइबर शाखा के प्रमुख एवं पश्चिम बंगाल में पार्टी के सह-प्रभारी अमित मालवीय ने आरोप लगाया कि किशोरी के साथ दुष्कर्म किया गया है और उसे हरिपाल में नग्न अवस्था में सड़क किनारे छोड़ दिया गया। उन्होंने कहा, "यह ग्रेटर कोलकाता क्षेत्र का हिस्सा है। किशोरी को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पुलिस ने अस्पताल को घेर लिया है, मीडिया को अंदर जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है और तृणमूल के स्थानीय नेता यह सुनिश्चित करने के लिए इधर-उधर घूम रहे हैं कि घटना की सूचना न दी जाए। पश्चिम बंगाल महिलाओं और लड़कियों के लिए सबसे असुरक्षित जगह है।सुश्री बनर्जी विफल हो गई हैं। उन्हें तुरंत पद छोड़ देना चाहिए। बहुत हो गया।"संतोष,आशावार्ता