राज्य » अन्य राज्यPosted at: Nov 19 2024 3:57PM ऐतिहासिक गांव सारकोट पहुंचे धामी, सुनी जन समस्याएंचमोली, 19 नवंबर (वार्ता) उत्तराखंड की ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण पहुंचे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी मंगलवार को ऐतिहासिक सारकोट गांव पहुंचे। जहां उन्होंने कोट भैरव मंदिर में पूजा अर्चना कर, देश और प्रदेश की सुख समृद्धि की प्रार्थना की। यहां वह शहीद वासुदेव सिंह के घर गए और परिजनों से मुलाकात की। श्री धामी सोमवार को बिना किसी कार्यक्रम के गैरसैंण पहुंचे थे। उन्होंने गांव की महिला मंगल दल को सांस्कृतिक सामग्री व अन्य सामान खरीदने के लिए एक लाख की धनराशि चैक के माध्यम से दी। सारकोट में आयोजित कार्यक्रम के दौरान, श्री धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देश के सभी गांवों को आर्दश ग्राम बनने का प्रयास कर रहे हैं। इसी दिशा में राज्य सरकार की ओर से गांवों को मजबूत करने और पलायन रोकने के प्रभावी कार्य किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य को देश का अग्रणी राज्य बनाने के लिए राज्य सरकार की ओर से जहां स्वरोजगार को बढावा दिया जा रहा है। वहीं युवाओं को सरकारी सेवाओं में रोजगार के बेहतर अवसर प्रदान करने के लिए कठोर नकल विरोधी कानून लागू करने के साथ ही पारदर्शी भर्ती परीक्षा की प्रणाली को विकसित किया गया है।मुख्यमंत्री ने कहा कि नकल विरोधी कानून के लागू होने के बाद वर्तमान तक 100 से अधिक नकल करवाने वालों को जेल में डाला गया है। जिसका प्रतिफल है कि वर्तमान तक 18 हजार 500 युवा विभिन्न सरकारी सेवाओं में रोजगार पाकर राज्य के विकास में भागीदारी निभा रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य के विकास के जहां प्रदेश सरकार की ओर से विभिन्न योजनाओं का संचालन किया जा रहा है। वहीं प्रधानमंत्री श्री मोदी के निर्देश पर बदरीनाथ धाम को विकसित किया जा रहा है। जल्द ही बदरीनाथ धाम दिव्य और भव्य रूप में दिखाई देगा। उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से गौचर हवाई पट्टी से हवाई जहाजों का संचालन करने को लेकर भी प्रयास किए जा रहे हैं। साथ ही चौखुटिया में भी हवाई पट्टी निर्माण की संभावनाओं को लेकर कार्य किया जा रहा है। जिससे क्षेत्र में लोगों की बाहरी क्षेत्रों की आवाजाही सुगम हो सकेगी। उन्होंने कहा कि जल्द ही चमोली जनपद के लोगों को कर्ण प्रयाग से रेल की भी सुविधा मिल सकेगी।श्री धामी ने कहा कि सरकार राज्य के विकास और संरक्षण के लिए जल्द भू कानून लाने का काम कर रही है। जिससे राज्यवासियों के अधिकारों का संरक्षण किया जा सकेगा। इस दौरान उन्होंने भराड़ीसैंण सारकोट सड़क के डामरीकरण, सारकोट को आदर्श ग्राम बनाने, महिला मंगल दल को व स्वयं सहायता समूहों को स्थानीय उत्पादों की पैकेजिंग के लिए मशीनें उपलब्ध कराने और भराड़ीसैंण सारकोट सड़क का नाम शहीद वासुदेव सिंह के नाम पर करने की घोषणा भी की। जबकि उनकी पूर्व घोषणा से गांव के कोट भैरव मंदिर का सौंदर्यीकरण व सुदृढ़ीकरण का कार्य भी किया जाएगा। कार्यक्रम के समापन पर, स्थानीय महिलाओं की ओर से झुमैलो नृत्य की प्रस्तुति दी गई। मुख्यमंत्री ने भी झुमैलो नृत्य में प्रतिभाग किया। इस मौके पर कर्णप्रयाग विधायक अनिल नौटियाल, ग्राम प्रधान सुमति देवी, जिलाधिकारी संदीप तिवारी, पुलिस अधीक्षक सर्वेश पंवार सहित अन्य अधिकारी, जन प्रतिनिधि व ग्रामीण भी मौजूद थे।सं.सुमिताभ.संजयवार्ता