राज्य » अन्य राज्यPosted at: Nov 27 2024 9:20PM चक्रवात: आईसीजी ने आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रोटोकॉल सक्रिय कियाचेन्नई 27 नवंबर (वार्ता) भारतीय तटरक्षक बल (आईसीजी) बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पश्चिम में बने गहरे दबाव पर कड़ी निगरानी रख रहा है, जिसके आज बाद में चक्रवाती तूफान फेंगल में तब्दील होने की आशंका है। आईसीजी ने इसके लिए अपने आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रोटोकॉल सक्रिय कर दिए हैं। बुधवार शाम रक्षा मंत्रालय की एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि यह चक्रवात उत्तर-उत्तर-पश्चिम दिशा में तमिलनाडु तट की ओर बढ़ रहा है और अगले दो दिनों में श्रीलंका तट पर दस्तक देने का अनुमान है। आईसीजी ने प्रतिकूल मौसम की आशंका के मद्देनजर प्रभावित क्षेत्रों में समुद्री संपत्तियों, नाविकों और तटीय समुदायों की सुरक्षा के लिए अपने आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रोटोकॉल सक्रिय कर दिए हैं। विज्ञप्ति में कहा गया है कि उठाए जा रहे प्रमुख उपायों में नाविकों और मछुआरों के लिए प्रारंभिक चेतावनी शामिल है। आईसीजी जहाजों और विमानों पर रेडियो, रडार स्टेशनों और लाउडस्पीकरों के माध्यम से मौसम संबंधी सलाह और सुरक्षा निर्देश प्रसारित कर रहा है। ये सलाह मछुआरों सहित सभी नाविकों को दी जा रही है। सलाह में उनसे आने वाले दिनों में समुद्र की खराब स्थिति, तेज हवाओं और भारी बारिश के मद्देनजर बंदरगाहों पर लौटने या सुरक्षित क्षेत्रों में जाने का आग्रह किया गया है। विज्ञप्ति में कहा गया है कि आईसीजी की संपत्तियों की सतर्कता बनाए रखते हुए कहा है कि आईसीजी के जहाज और विमान हाई अलर्ट पर हैं और समुद्र में किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए स्टैंडबाय पर हैं। तटरक्षक बल यह सुनिश्चित कर रहा है कि सभी समुद्री संसाधन संकट की स्थिति में तुरंत कार्रवाई करने के लिए तैयार हैं जहाँ भी आवश्यक हो तत्काल सहायता प्रदान की जा रही है। आईसीजी ने तूफ़ान के प्रभाव की आशंका में चेन्नई, पुडुचेरी, कराईकल और तूतीकोरिन सहित रणनीतिक स्थानों पर आपदा राहत दल तैनात किए हैं। ये दल आवश्यक संसाधनों और कर्मियों से लैस हैं जो आकस्मिकताओं से निपटने और आवश्यकतानुसार सहायता प्रदान करने में राज्य अधिकारियों की सहायता के लिए तैयार हैं। आईसीजी तटीय संपत्तियों की सुरक्षा पर तटीय बुनियादी ढांचे की सुरक्षा पर भी ध्यान केंद्रित कर रहा है जिसमें तेल रिग, बंदरगाह सुविधाएँ और तटीय बस्तियाँ शामिल हैं। तट पर सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए राज्य अधिकारियों के साथ नियमित निगरानी और समन्वय किया जा रहा है। आईसीजी स्थानीय स्तर पर भारी बारिश, तेज हवाओं और समुद्र में उथल-पुथल के बारे में मौसम की चेतावनी भी जारी कर रहा है जिससे तमिलनाडु के तट पर असर पड़ने की आशंका है साथ ही निचले इलाकों में बाढ़ आने की भी संभावना है। नाविकों और तटीय निवासियों को तत्काल सावधानी बरतने और स्थानीय मौसम अपडेट के माध्यम से सूचित रहने की सलाह दी जाती है। विज्ञप्ति में कहा गया है कि आईसीजी ने सार्वजनिक सलाह में सभी मछली पकड़ने वाले जहाजों, नाविकों और तटीय समुदायों से सरकार और संबंधित एजेंसियों द्वारा जारी सुरक्षा सलाह का पालन करने का आग्रह किया। मछुआरों को सलाह दी जाती है कि वे इस अवधि के दौरान समुद्र में न जाएं और जो पहले से ही समुद्र में हैं उन्हें तुरंत सुरक्षित बंदरगाहों पर लौट जाना चाहिए। आईसीजी स्थिति की बारीकी से निगरानी करना जारी रखेगा और सार्वजनिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए नियमित अपडेट प्रदान करेगा। जांगिड़.संजय वार्ता