राज्य » अन्य राज्यPosted at: Nov 30 2024 9:43PM जेना ने मोदी से मंडीपांका गांव का दौरा करने का आग्रह कियाभुवनेश्वर 30 नवंबर (वार्ता) वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री श्रीकांत जेना ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से ओडिशा के कंधमाल जिले के मंडीपांका गांव का दौरा करने का आग्रह किया है जहां आम की गुठली खाने से तीन आदिवासी महिलाओं की मौत हो गई थी। श्री जेना ने श्री मोदी को लिखे पत्र में कहा, ''डीजी सम्मेलन के लिए ओडिशा में आपकी उपस्थिति, जहां आप तीन दिनों तक रह रहे हैं इस उपेक्षित क्षेत्र की ओर ध्यान आकर्षित करने का एक मूल्यवान अवसर प्रदान करती है।'' कांग्रेस नेता ने कहा ''मैं आपसे विनम्रतापूर्वक अनुरोध करता हूं कि आप एक दिन मंडीपांका गांव का दौरा करें और खुद देखें कि आदिवासी लोग किस तरह पूरी तरह से उपेक्षा में जी रहे हैं।'' श्री जेना ने कहा कि यह दुखद घटना 31 अक्टूबर को मंडीपांका गांव में हुई थी जहां आम की गुठली (अंबा ताकुआ) खाने से तीन युवा आदिवासी महिलाओं की मौत हो गई थी और कई अन्य अस्पताल में भर्ती थीं। उन्होंने आरोप लगाया कि यह हताश करने वाला कृत्य क्षेत्र में खाद्यान्न की तीव्र कमी के कारण किया गया जो सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) के तहत खाद्यान्न वितरण के पतन का प्रत्यक्ष परिणाम है। उन्होंने राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (एनएफएसए) के उल्लंघन को उजागर करते हुए बताया कि अक्टूबर-दिसंबर का खाद्यान्न कोटा दो नवंबर को ही जारी किया गया था। उन्होंने दावा किया कि एक महीने से अधिक की देरी ने इस गरीब क्षेत्र के परिवारों को आम की गुठली खाने पर मजबूर कर दिया। श्री जेना ने कहा कि अगर खाद्य आपूर्ति समय पर जारी की गई होती तो इस दुखद जीवन हानि को रोका जा सकता था। बुनियादी स्वास्थ्य सेवा की कमी, मोबाइल कनेक्टिविटी की कमी और खराब चिकित्सा सुविधा के कारण स्थिति और भी खराब हो गई है।उन्होंने आरोप लगाया कि निकटतम प्रशासनिक ब्लॉक 50 किलोमीटर दूर स्थित है और मनरेगा का कार्यान्वयन नहीं होने के कारण युवा काम की तलाश में पलायन करने को मजबूर हैं। उन्होंने इस बात पर आश्चर्य व्यक्त किया कि घटना के बाद भी कंधमाल के जिला कलेक्टर ने आठ दिनों से अधिक समय तक गांव का दौरा नहीं किया। श्री जेना ने स्थिति का आकलन करने या प्रभावित परिवारों को सांत्वना देने के लिए अभी तक जिले का दौरा न करने के लिए मुख्यमंत्री की आलोचना की। उन्होंने खाद्य आपूर्ति मंत्री की भी मुद्दे को संबोधित करने के बजाय गैर-जिम्मेदार और भ्रामक बयान देने के लिए निंदा की। ओडिशा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के एक प्रतिनिधिमंडल ने गांव का दौरा किया और ओडिशा के राज्यपाल से मुलाकात की और जमीनी हालात के बारे में बताया और उनसे अनुसूचित जिले कंधमाल का दौरा करने का आग्रह किया ताकि वहां के लोगों की दुर्दशा को प्रत्यक्ष रूप से देखा जा सके। श्री जेना ने कहा कि अनुसूचित क्षेत्रों के संवैधानिक संरक्षक होने के बावजूद राज्यपाल ने अभी तक प्रभावित क्षेत्र का दौरा नहीं किया है। उन्होंने प्रधानमंत्री से एक दिन मंडीपांका गांव का दौरा करने की अपील की एवं इस बात पर जोर देते हुए कि यह दौरा आदिवासी लोगों के संघर्षों पर प्रकाश डालेगा और इन मुद्दों को हल करने के लिए तत्काल कार्रवाई की तत्काल आवश्यकता को रेखांकित करेगा। श्री मोदी डीजीपी/आईजीपी सम्मेलन में भाग लेने के लिए शुक्रवार को तीन दिवसीय दौरे पर ओडिशा पहुंचे और रविवार को दिल्ली लौंटेगें।जांगिड़ अशोकवार्ता