पार्लियामेंटPosted at: Jan 5 2018 5:07PM देश में एलोपैथ डाक्टरों की डिग्री पर डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट गलतनयी दिल्ली 05 जनवरी (वार्ता ) सरकार ने विश्व स्वास्थ्य संगठन की उस रिपोर्ट को गलत बताया है जिसमें यह दावा किया गया है कि भारत के आधे से ज्यादा एलोपैथ डाक्टरों के पास मेडिकल की डिग्री नहीं है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जे पी नड्डा ने आज लोकसभा में एक लिखित उत्तर में बताया कि डब्ल्यू एच ओ की ‘भारत में स्वास्थ्य कार्यबल’शीर्षक से जारी रिपोर्ट में दावा किया गया है कि देश में 57 प्रतिशत एलोपैथ डाक्टरों के पास मेडिकल क्वालिफिकेशन नहीं है । श्री नड्डा ने कहा कि यह रिपोर्ट गलत है क्योंकि मेडिसिन की प्रैक्टिस के लिए राज्य मेडिकल रजिस्टर में पंजीकरण के वास्ते एमबीबीएस न्यूनतम अर्हता है ,इसलिए सभी पंजीकृत डाक्टरों के पास मेडिकल डिग्री है। उन्होंने कहा कि भारतीय मेडिकल परिषद कानून की धारा 15 के तहत ऐसा कोई व्यक्ति मेडिकल प्रैक्टिस नहीं कर सकता जिसका राज्य पंजीकरण रजिस्टर में पंजीकरण नहीं हुआ है । उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य राज्य का विषय हाेने के कारण झोलाछाप डाक्टरों से निपटना मुख्य रूप से राज्यों की जिम्मेदारी है। इस समस्या को देखते हुए केंद्र ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से झोलाछाप डाक्टरों के खिलाफ उचित कार्रवाई करने को कहा है तथा ग्रामीण इलाकों में गुणवत्तापूर्ण चिकित्सकर्मी उपलब्ध हों ,यह सुनिश्चित करने के लिए उचित नीति बनाने को भी कहा है ।नीलिमा उनियालवार्ता