पार्लियामेंटPosted at: Jan 5 2018 6:55PM श्री प्रभु ने कहा कि बैठक के दौरान भारत ने सकारात्मक सोच के साथ अपने सुझावों और रुख को रखा तथा अपने उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए पूरी तरह से सक्रिय रहा है। भारत बैठक में कार्यसूची में शामिल अधिकतर मुद्दों का प्रस्तावक था। उन्होंने बताया कि बैठक मे विचाराधीन अधिकतर महत्वपूर्ण मुद्दों पर आम सहमति नहीं बन सकी और अंत में मंत्रिस्तरीय घोषणा जारी नहीं की जा सकी, इसलिए डब्ल्यूटीओ के प्रावधानों के अनुसार पूर्व व्यवस्थाएं कायम रहेगीं। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि खाद्य सुरक्षा के लिए सार्वजनिक भंडारण, कृषि एवं मछली पालन सब्सिडी, ई कॉमर्स तथा सेवा सुविधा व्यापार से संबंधित मुद्दों के स्थायी समाधान के लिए भारत अपने प्रयास जारी रखेगा। उन्होंने बताया कि खाद्य सुरक्षा के लिये सार्वजनिक भंडारण और कृषि भंडारण तथा सेवा सुविधा व्यापार पर भारत ने सुझाव दिये। भारत के सुझावों का 53 सदस्यीय अफ्रीकी देशों और विकासशील देशों ने समर्थन किया। इन देशों ने ई काॅमर्स, छोटे उद्योग और निवेश पर भारत के रुख का भी समर्थन किया। श्री प्रभु ने बताया कि बैठक की अवधि में उन्होेंने अर्जेंटीना के विदेशी मंत्री, यूरोपीय संघ के व्यापार आयुक्त, ब्र्राजील, नीदरलैंड, रुस, दक्षिण अफ्रीका, स्पेन, स्विटजरलैंड के संबंधि मंत्रियों के साथ द्विपक्षीय बैठकें की। वे अर्जेंटीना के राष्ट्रपति से भी मिलें।सत्या,अभिनववार्ता