पार्लियामेंटPosted at: Jan 7 2018 3:40PM श्री जेटली ने कहा कि ऑनलाइन और चेक से राजनीतिक चंदा देने की व्यवस्था से भारी बदलाव आएगा लेकिन इसमें चंदा देने वाले व्यक्ति की पहचान का खुलासा होता है, इसलिए यह लोकप्रिय नहीं हो सका। हालांकि इलेक्टोरल बॉण्ड योजना में चंदा देेने वाले व्यक्ति की पहचान सार्वजनिक नहीं होगी। इससे राजनीतिक चंदा व्यवस्था में वैध धन, वैध तरीके से आएगा। लोग बैंकों से इलेक्टोरल बांण्ड खरीद सकेंगे और राजनीतिक दलों को केवल धनराशि का खुलासा करना होगा। बाॅण्ड की अवधि मात्र 15 दिन होगी और इसे राजनीतिक दल के पहले से खुले खाते में भुनाया जा सकेगा। प्रत्येक राजनीतिक दल ऐसे बॉण्ड की जानकारी निर्वाचन आयाेग काे देगा। उन्होेंने पिछले दिनों संसद में कहा था कि राजनीतिक दलों को मिलने वाले चंदे की प्रक्रिया को स्पष्ट तथा पारदर्शी बनाने के लिए बाॅण्ड लाने की योजना को अंतिमरूप दिया जा चुका है। इसके क्रियान्वयन से राजनीतिक दलों को मिलने वाले चंदे के लेने देन की प्रक्रिया में सुधार होगा और यह प्रणाली ज्यादा पारदर्शी होगी।सत्या सचिनवार्ता