पार्लियामेंटPosted at: May 13 2016 7:26PM जयराम और जेटली ने ली एक दूसरे पर चुटकीनयी दिल्ली 13 मई (वार्ता) राज्यसभा में अपना कार्यकाल पूरा करने वाले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश और सदन के नेता अरूण जेटली ने आज भी एक दूसरे पर चुटकी ली जिससे सदन में कई बार ठहाके गूंजे। अवकाश ग्रहण करने वाले सभी 53 सदस्यों को इस मौके पर बोलने का मौका दिया गया था। जब श्री रमेश के बोलने की बारी आई तो उन्होंने कहा कि महान क्रिकेट खिलाड़ी विजय मर्चेन्ट जब क्रिकेट को अलविदा कह रहे थे तो लोगों ने उनसे इसका कारण पूछा । विजय मर्चेन्ट ने कहा कि व्यक्ति को ऐसे समय पर अवकाश ग्रहण करना चाहिए जब लोग उससे पूछे कि आप अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं तो ऐसे समय अवकाश क्यों ले रहे हैं। उन्होंने श्री जेटली पर चुटकी लेते हुए कहा कि वह उनके अच्छे दोस्त हैं लेकिन बहुत अच्छे “स्पिन मास्टर” हैं और तथ्यों को बहुत अच्छे ढंग से स्पिन करते हैं। उनमें महान स्पिन गेंदबाजों बिशन सिंह बेदी, ईरापल्ली प्रसन्ना , चंद्रशेखर और वेंकट राघवन सभी की खूबियां है लेकिन उनका अनुरोध है कि वह अब ये “स्पिन गेंदबाजी” छोडकर सुशासन पर ध्यान दें। इससे सदन में ठहाका गूंज उठा। श्री रमेश ने सरकार में रहते हुए जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर अपनी भूमिका का उल्लेख करते हुए कहा कि उस समय विपक्ष के नेता रहते हुए श्री जेटली ने सरकार की नीति का विरोध किया था लेकिन रोचक बात यह है कि अब सत्ता में रहते हुए उसी नीति का अनुसरण कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि दरअसल किसी मुद्दे पर आपका दृष्टिकोण इस बात पर भी निर्भर करता है कि आप किस पक्ष में बैठे हैं। सदन के नेता के नाते बोलने की बारी आने पर श्री जेटली ने कहा कि श्री जयराम उनके अच्छे दोस्त हैं और आज सदन में उनका अंतिम दिन है इसलिए वह अंतिम बार उनके एक तथ्य को सही करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि श्री रमेश ने विजय मर्चेन्ट के नाम से जो उदाहरण दिया वह वास्तव में पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर का है । गावस्कर ने एक बहुत अच्छी पारी खेली और स्टेडियम से बाहर निकल क्रिकेट को अलविदा कह सबको चौंका दिया था। उस समय गावस्कर ने कहा था कि आप को ऐसे मौके पर अवकाश ग्रहण करना चाहिए जब लोग ये पूछे कि इसका कारण क्या है। इस पर सदन में फिर जारेदार ठहाका गूंज उठा। संजीव देवेन्द्र वार्ता