पार्लियामेंटPosted at: Apr 11 2017 6:18PM कालेधन का आधिकारिक आंकडा नहीं है उपलब्ध: जेटलीनयी दिल्ली 11 अप्रैल (वार्ता) वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आज कहा कि मोदी सरकार ने कालेधन की समस्या से निटपने के लिए पिछली सरकारों से अधिक सक्षम कार्रवाई की है लेकिन अभी विदेशों में विभिन्न माध्यमों से संग्रहित कालेधन को लेकर कोई आधिकारिक आंकड़ा उपलब्ध नहीं है। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने प्रश्नकाल के दौरान एक पूरक प्रश्न के उत्तर में कहा कि भारतीयों के विभिन्न माध्यमों से विदेशो में संग्रहित कालेधन को लेकर कोई आधिकारिक आंकड़ा उपलब्ध नहीं है लेकिन विभिन्न एजेंसियों और सरकार द्वारा किये गये समझौतों के आधार पर मिलने वाली सूचनाओं के आधार पर कार्रवाई की जा रही है। नोटबंदी के दौरान जमा नोटों की रिजर्व बैंक अभी गणना कर रहा है और इसके बारे में वह जानकारी सार्वजनिक करेगा। नोटबंदी के दौरान सिर्फ बैंकों में आने वाले नोटों की गणना की जाती थी। उन्होंने कहा कि नोटबंदी के बाद नौ नवंबर 2016 से लेकर 10 जनवरी 2017 के दौरान आयकर विभाग ने 1100 से अधिक सर्व एवं सर्वे किये और उच्च मूल्य के नगद जमा राशि अथवा इससे संबद्ध क्रियाकलापों के संदिग्ध मामलों में 5100 सत्यापन नोटिस जारी किये गये हैं। ऐसी कार्रवाई से 610 करोड़ रुपये से अधिक के बहुमूल्य वस्तुयें जब्त की गयी है जिनमें से 513 करोड़ रुपये की नकदी शामिल है। इसके अतिरिक्त 110 करोड़ रुपये के नये नोट जब्त किये गये है। ऐसे मामलों में 5400 करोड़ रुपये से अधिक की अधोषित आय का पता चला है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने किसी भी दूसरी सरकार की तुलना में कालेधन की समस्या से निटपने के उपाय किये हैं। इसके लिए विशेष जांच दल गठित करने के साथ ही विदेशों में संग्रहित कालेधन के लिए कालाधन (अघोषित विदेशी आय एवं परिसंपत्तियां) और कर आरोपण अधिनियम 2015, पनामा पेपर लीक मामलें की जांच के लिए बहु एजेंसीह दल का गठन, कर संधियों के तहत सूचनाओं के आदान प्रदान को सुलभ बनाने जैसे कई महत्वपूर्ण उपाय किये गये हैं। शेखर/मधूलिका जारी. वार्ता