पार्लियामेंटPosted at: Jul 24 2017 5:35PM फुटवियर विधेयक को संसद की मुहर, छात्रों को मिलेगी डिग्रीनयी दिल्ली 24 जुलाई (वार्ता) फुटवियर डिजाइन इंस्टीट्यूट को राष्ट्रीय महत्त्व के संस्थान का दर्ज़ा देने वाले विधेयक को आज संसद की मुहर लग गयी । इससे इन संस्थानों में पढ़ रहे हजारों छात्रों को अब डिग्री मिल सकेगी। लोकसभा द्वारा पिछले सत्र में पारित इस विधेयक को आज राज्यसभा ने ध्वनिमत से पारित कर दिया जिससे अब छात्रों की डिग्री को लेकर गत तीन वर्षों से जारी अनिश्चितता दूर हो गयी । छात्रों ने विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा अपनी डिग्री अमान्य किये जाने के बाद न्याय पाने के लिए उच्च न्यायालय और उच्चतम न्यायलय का दरवाज़ा भी खटखटाया था। केंद्रीय वाणिज्य मंत्री निर्मला सीतारमन ने विधेयक पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए कहा कि पिछली सरकार की गलतियों के कारण इस संस्थान को एक ऐसे विश्विद्यालय से डिग्री दी जा रही थी जिसे अपने राज्य के बाहर स्थापित संस्थानों को डिग्री देने का अधिकार नहीं था इसलिए यूजीसी ने इसे गैर-कानूनी करार कर दिया । इससे छात्रों की डिग्री अमान्य हो गयी थी और उन्हें इसका खामियाजा भुगतना पड़ा था । हमारी सरकार ने इन गड़बड़ियों को दूर कर इसका स्थाई समाधान निकाल दिया और इसे राष्ट्रीय संस्थान का दर्जा दे दिया। उन्होंने कहा कि अभी देश के सात राज्यों में यह संस्थान काम कर रहा है और पांच अन्य स्थानों पर यह संस्थान खोला जायेगा । उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इन संस्थानों में केंद्र सरकार की नीतियों के अनुरूप आरक्षण भी लागू होगा। उन्होंने समाजवादी पार्टी के रामगोपाल यादव की इस धारणा को खारिज किया कि चमड़ा उद्योग खतरे में है। उन्होंने कहा कि सरकार केवल गैरकानूनी तरीके से चल रहे चमड़ा व्यापार को नियंत्रित करना चाहती है। सरकार का उद्देश्य चमड़ा व्यापार को ख़त्म करना नहीं है । अरविंद. टंडन वार्ता