राज्य » पंजाब / हरियाणा / हिमाचलPosted at: Nov 6 2018 8:22PM पुन: जारी राजनीति. इनेलो-गठबंधन खतरा दो अंतिम जींदउधर, इनेलो में मची कलह के बीच पार्टी के विधायक दुविधा में फंस गए हैं। पार्टी के तीन विधायकों को छोड़ कर अन्य विधायक अभी यह तय नहीं कर पा रहे हैं वे किस तरफ जाएं। सभी विधायक वेट एंड वॉच की स्थिति में हैं। विधायकों की खामोशी ने अभय चौटाला गुट की चिंता बढ़ा दी है। इनेलो प्रधान महासचिव और पूर्व सांसद डॉ. अजय सिंह चौटाला के तिहाड़ जेल से चौदह दिन की फरलो पर बाहर आने के बाद भी अभय चौटाला गुट में खलबली मची हुई है। इसका प्रमाण इस बात से भी मिलता है कि सोमवार को अजय को जेल से बाहर आना था और इसी दिन विधानसभा में विपक्ष के नेता अभय सिंह चौटाला ने हिसार में पार्टी विधायक दल की बैठक बुला ली।इस बैठक में इनेलो के केवल 11 विधायकों के पहुंचने की खबर है। चरखी दादरी से विधायक राजदीप सिंह फौगाट और उकलाना विधायक अनूप धानक पहले ही दिन से खुलकर दुष्यंत के साथ हैं। वहीं डबवाली से विधायक नैना सिंह चौटाला के तो बैठक में पहुंचने का सवाल ही नहीं उठता। फरीदाबाद विधायक नगेंद्र सिंह भड़ाना तीन साल से पार्टी से दूर हैं।वर्तमान हालातों में अभय गुट को यह खतरा सता रहा है कि कहीं उसके विधायक न उनसे छिटक जाएं। श्री अजय चौटाला के बाहर आने के बाद आने वाले दिनों में राज्य में इस तरह के हालात पैदा होने की प्रबल सम्भावना है। खबरें तो यहां तक हैं कि अभय ने विधायकों पर नजऱें रखनी शुरू कर दी हैं। विधायकों के बारे में पल-पल की रिपोर्ट ली जा रही है। यही नहीं, फोन और व्यक्तिगत तौर पर भी विधायकों के साथ इन दिनों सम्पर्क कुछ ज्यादा ही बढ़ा हुआ है। इस उठापटक के बीच अब सभी की नजरें दस नवम्बर को दुष्यंत चौटाला द्वारा चंडीगढ़ में की जाने वाली प्रेस वार्ता पर टिकी हुई हैं।इस बीच, हरियाणा के विपक्षी दल इनेलो में चल रही उठापटक के बीच भाजपा ने बड़ा दांव खेलते हुए इनेलो के बागी विधायक को बड़ी जिम्मेदारी देकर अभय चौटाला को झटका दे दिया है। पिछले कई दिनों से पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और पूर्व विधायकों का अभय चौटाला को छोड़ कर दुष्यंत के समर्थन में जाने का सिलसिला चल रहा है।हरियाणा के सभी राजनीतिक दलों की नजर इनेलो में चल रहे सियासी घटनाक्रम पर लगी हुई है। अब तक इनेलो के करीब आधा दर्जन पूर्व विधायक और तीन मौजूदा विधायक अभय को छोड़ कर दुष्यंत के साथ जा चुके हैं। इनेलो में मचे घमासान में सबसे पहले भाजपा ने दांव खेल दिया है। जिसके चलते हरियाणा सरकार ने फरीदाबाद एनआईटी के विधायक नगेंद्र भड़ाना को राज्य में हिंदी भाषा के प्रसार से सम्बंधित उच्च स्तरीय समिति में शामिल किया है।श्री भड़ाना लंबे समय से अभय चौटाला के विरूद्ध मोर्चा खोले हुए हैं। वह न केवल मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की जनसभाओं का आयोजन करा चुके हैं बल्कि राष्ट्रपति चुनाव के दौरान भी वह खुलकर भाजपा प्रत्याशी का समर्थन कर चुके हैं। श्री भड़ाना गत करीब तीन साल से इनेलो की किसी भी बैठक में शामिल नहीं हो रहे हैं। इसके बावजूद अभय चौटाला ने अभी तक उनके विरूद्ध कोई कार्रवाई नहीं की है।सं.रमेश1925वार्ता