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राजनीति. इनेलो-अजय निष्कासित दो अंतिम चंडीगढ़

श्री अरोड़ा ने बताया कि 17 नवम्बर को यहां जाट भवन में बुलाई गई कार्यकारिणी की बैठक में पार्टी पदाधिकारियों के अलावा सभी सांसदों और विधायकों को भी आमंत्रित किया गया है तथा इसी बैठक में भविष्य की राजनीति को लेकर कोई फैसला लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि श्री ओम प्रकाश चौटाला ने निष्कासन अपने पत्र में कहा है कि पार्टी से ऊपर कोई नहीं है तथा श्री अजय चौटाला की गतिविधियां बर्दाश्त से बाहर हो गई हैं तथा इनसे पार्टी को भारी नुकसान हुआ है।
श्री अरोड़ा ने कहा कि पार्टी सुप्रीमो ने अपने पत्र में श्री अजय चौटाला के पार्टी के प्रधान महासचिव होने के नाते जींद में 17 नवम्बर को बुलाई कार्यकारिणी की बैठक को भी असंवैधानिक करार दिया है और कहा कि वह समानांतर संगठन चला कर पार्टी को कमजोर कर रहे हैं। आज के संवाददाता सम्मेलन में इनेलो के 18 में से नौ विधायक तथा तीन सांसदों में दो मौजूद थे।
अपने बड़े भाई पर कोई बयाजबाजी से अभी तक बच रहे श्री अभय चौटाला ने श्री अजय चौटाला पर भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के हाथों में खेलने का आरोप लगाया। उन्होंने अजय की 17 नवम्बर को प्रस्तावित कार्यकारिणी की बैठक को भी असंवैधानिक करार दिया।
उल्लेखनीय है कि जेबीटी शिक्षक भर्ती मामले में अपने पिता और पार्टी सुप्रीमो ओम प्रकाश चौटाला के साथ दस साल कैद की सजा काट रहे श्री अजय चौटाला इस समय दो हफ्ते के पेरोल पर जेल से बाहर हैं। अपने दोनाें बेटों के पार्टी से निष्कासन की कार्रवाई को अनुचित बताते हुये उन्होंने स्वयं भी विरोध का रास्ता अख्तियार कर लिया था।
इससे पहले पार्टी सुप्रीमो ने गत दो नवम्बर को दुष्यंत और दिग्विजय की प्राथमिक सदस्यता समाप्त करते हुये उन्होंने पार्टी से निष्कासित कर दिया था। उन्होंने दुष्यंत को पार्टी के संसदीय बोर्ड के नेता पद से भी हटा दिया था। दोनों के खिलाफ यह कार्रवाई पार्टी के पूर्व अध्यक्ष श्री देवीलाल जयंती के अवसर पर गत सात अक्तूबर गोहाना में हुई रैली में हुड़दंग, अनुशासनहीनता और असंतोष पैदा करने के आरोपों में की गई थी। हालांकि दुष्यंत और दिग्विजय ने इन आरोपों काे बेबुनियाद बताते हुये इन्हें सिरे से खारिज कर दिया था।
श्री चौटाला ने दोनों युवा नेताओं को निष्कासित करते हुये कहा था कि इनके खिलाफ कार्रवाई करने को लेकर उन्हें किसी सबूत की जरूरत नहीं है क्योंकि यह सब उनके सामने ही हुआ था। इनके समर्थकों ने अनेक बार उनके भाषण में व्यवधान पैदा किया। यह मामला पार्टी अनुशासन समिति को भेजा गया था तथा उसने इनके खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश की थी।
उल्लेखनीय है कि इनेलो गत लगभग 14 साल से सत्ता से बाहर है। पार्टी ने राज्य विधानसभा चुनाव बहुजन समाज पार्टी के साथ मिल कर लड़ने का फैसला किया है। लेकिन अजय और उनके दोनों बेटों के पार्टी से निष्कासन के बाद इनेलो साफ तौर पर दोफाड़ हो गई दिखती है और इसका असर आगामी लोकसभा चुनावों आैर विधानसभा चुनावों में पार्टी की सम्भावनाओं पर पड़ सकता है।
रमेश1645वार्ता
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