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धरना उठने से राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात बहाल

फगवाड़ा ,05 दिसंबर (वार्ता) पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह की प्राइवेट मिल मालिकों तथा किसान नेताओं से बातचीत के बाद किये गये ऐलान के बाद आज शाम किसानों ने धरना उठा लिया जिससे राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात बहाल हो गया।
मुख्यमंत्री ने किसानों को 25 रुपए प्रति क्विंटल सीधे अदा करने तथा प्राईवेट चीनी मिल मालिकों को ब्याज के रूप में 65 करोड़ रुपए तुरंत जारी करने के ऐलान के साथ गन्ने की पिराई जल्द शुरू करने के आदेश दिये । मुख्यमंत्री की ओर से गन्ना किसानों के पक्ष में किये गये ऐलान के बाद जिला उपायुक्त तथा एसएसपी धरना स्थल गये और किसानों को सरकार के फैसले की विस्तृत जानकारी दी ।
उन्होंने प्रदर्शनकारियाेें से धरना उठाने की अपील की जिसे गन्ना किसानों ने मानते हुये धरना उठाने की घोषणा की ।उसके बाद फगवाडा -जालंधर राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात सामान्य हो सका । इससे पहले फगवाडा शुगर मिल के सामने धरने पर बैठे किसानों के जाम के कारण यातायात व्यवस्था ठप रही ।लोक भलायी इंसाफ वेल्फेयर सोसायटी की अगुवाई में सात किसान संगठनों के धरने के कारण वाहनों की आवाजाही बुरी तरह प्रभावित रही । धरने के आसपास कमांडो,पीएपी ,पंजाब पुलिस अौर सीमा सुरक्षा बल सहित भारी पुलिस बल भी तैनात रहा लेकिन उसके बावजूद यातायात बहाल नहीं हो
सका ।हजारों यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा । जाम के कारण आर पार चलने वाली इंडाे -पाक बसों को करतारपुर -कपूरथला ,नकोदर -फिल्लौर -लुधियाना -दिल्ली मार्ग से चलाया जा रहा है ।गन्ना किसानों ने पहले शुगर मिल के सामने धरना लगाया जहां से उन्होंने एम्बुलेंस को छोड़कर अन्य किसी वाहन को गुजरने नहीं दिया ।कपूरथला के जिला उपायुक्त मोहम्मद तैयब तथा वरिष्ठ जिला पुलिस अधीक्षक कल सुबह से यहां डेरा डाले हुये थे ।
उन्होंने किसानों को समझाने बुझाने की कोशिश की लेकिन किसान अपनी मांगों पर अड़े रहे । लोक भलाई इंसाफ वेल्फेयर सोसायटी के प्रधान बलदेव सिंह सिरसा तथा किसान नेता कुलवंत सिंह संधू ,सतनाम सिंह साहनी ने कहा कि किसानों का लोगों को परेशान करने को कोई इरादा नहीं था लेकिन राज्य सरकार उनकी वाजिब मांगों की उपेक्षा करती आ रही है 1प्रदर्शनकारी गन्ना के 417 करोड़ के बकाये के जल्द भु्गतान तथा गन्ने का भाव 310 रूपये प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 350 रूपये करने की मांग कर रहे हैं ।
उपायुक्त तथा एसएसपी ने किसान प्रतिनिधियों से बात करने की लगातार कोशिश की लेकिन आज शाम तक वे अपनी मांगों को पूरा करने पर अड़े रहे । गन्ना किसानों को लेकर राज्य की सियासत उस समय गर्मा गयी जब विपक्षी दल किसानों के समर्थन में आ डटे ।कई दिन पहले शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के प्रधान सुखबीर बादल कार्यकर्ताओं के साथ किसानों के धरने में शामिल हुये ।
आज श्री बादल ने किसानों के समर्थन में भोगपुर चीनी मिल के पास धरना दिया ।उन्होंने सरकार से निजी मिलों को अधिग्रहित कर किसानों की बकाया राशि का भुगतान करने की मांग की। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने 2015-16 में किसानों को 50 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ी हुई राशि दी थी। अमरिंदर सरकार को भी ऐसा कदम उठाना
चाहिये ।शिअद के अध्यक्ष ने कहा कि किसानों को 417 करोड़ रुपये की बकाया राशि ब्याज सहित भुगतान की जाये ।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की राष्ट्रीय परिषद के सदस्य डॉ़ जोगिंदर दयाल ने पंजाब सरकार पर गन्ना किसानों के हित चीनी मिल मालिकों के पास गिरवी रखने का आरोप लगाते हुये बकाया का भुगतान और गन्ने की कीमतों में वृद्धि की मांगों को लेकर किसानों को अपना समर्थन देने की घोषणा की ।
श्री दयाल ने कहा कि मिलों के पास किसानों का 400 करोड़ से ज्यादा का बकाया है जबकि गन्ना अधिनियम के अनुसार यदि भुगतान 14 दिनों के भीतर नहीं किया जाता तो 18 फीसदी का ब्याज उन्हें देनी चाहिये लेकिन विडंबना यह है कि लंबे समय से किसानों को ब्याज तो दूर की बात मूल रकम भी नहीं मिल रही है।
शर्मा विक्रम
वार्ता
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