राज्य » पंजाब / हरियाणा / हिमाचलPosted at: Dec 14 2018 8:25PM आरएमपीआई, एमसीपीआई (यू) का हो सकता है विलयजालंधर, 14 दिसंबर (वार्ता) भारतीय इंकलाबी मार्क्सवादी पार्टी (आरएमपीआई) और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (एमसीपीआई) (यू) का फरवरी 2019 में विलय हो सकता है।आरएमपीआई के महासचिव मंगत राम पासला की अध्यक्षता में शुक्रवार को दोनों दलों के नेताओं की बैठक में संभावित विलय पर विस्तार से चर्चा हुई तथा विलय की औपचारिकता के लिए एक संयुक्त समिति का गठन किया गया जिसमें दोनों दलों के पांच-पांच सदस्यों को शामिल किया गया है।श्री पासला ने बताया कि बैठक में देश की मौजूदा राजनैतिक अवस्था में वामदलों की भूमिका पर गहन विचार-विमर्श के बाद दोनों वामदलों के विलय के लिए पोलित ब्यूरो सदस्यों पर आधारित एक एकजुटता समिति का गठन किया गया है। यह समिति दोनों दलों का विलय करने, कामगार लोगों की समस्याओं के निपटारे के लिए देश व्यापक संघर्ष की रूप रेखा तैयार करने की दिशा में काम करेगी।आरएमपीआई के प्रदेश सचिव हरकंवल सिंह ने बताया कि संयुक्त समिति (विलय समिति) की 19 और 20 फरवरी 2019 को अरूणाकलम में आयोजित होने वाली बैठक में दोनों वामदलों का विलय करने की घोषणा की जा सकती है। इसी बैठक में नए वामदल के नाम संबंधी भी फैसला किया जाएगा। बैठक में एमएसपीआई (यू) की अोर से मुहम्मद गौंस, किरनजीत सिंह सेखों और अनुभव दास शास्त्री तथा आरएमपीआई की तरफ से मंगत राम पासला, राजिन्दर परांजपे, के एस हरिहरण, हरकंवल सिंह, टी एल संतोष और कुमारनकुट्टी ने हिस्सा लिया। ठाकुर.श्रवण वार्ता