Thursday, Apr 25 2024 | Time 02:58 Hrs(IST)
image
राज्य » पंजाब / हरियाणा / हिमाचल


जींद में पहली बार खिला ‘कमल‘, भाजपा के कृष्ण मिडढा करीब 13 हजार मतों से उपचुनाव जीते

जींद, 31 जनवरी(वार्ता) भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) ने हरियाणा की जींद विधानसभा उपचुनाव में विपक्ष को चारों खाने चित कर पहली बार इस सीट पर विजय दर्ज करते हुये न केवल राज्य में नया इतिहास रचा बल्कि इंडियन नेशनल लोकदल(इनेलो) से यह सीट छीन कर अपनी झोली में डाली।
स्थानीय अर्जुन स्टेडियम में आज यहां 13 दौर में हुई 130828 मतों की गणना में भाजपा के श्री कृष्ण मिडढा ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी जननायक जनता पार्टी (जजपा) प्रत्याशी दिग्विजय सिंह चौटाला को 12935 मतों के अंतर से शिकस्त दी। श्री मिडढा को 50566 तथा श्री चौटाला को 37631 मत मिले। भाजपा को राज्य विधानसभा चुनावों के इतिहास में जींद में यह पहली नसीब हुई है।
कांग्रेस के दिग्गज रणदीप सिंह सुरजेवाला को 22740 मतों के साथ तीसरे स्थान पर संतोष करना पड़ा। भाजपा के बागी सांसद राज कुमार सैनी की लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी(लोसुपा) प्रत्याशी विनोद आशरी 13582 और इनेलो के उमेद सिंह रेडू 3454 मत हासिल कर क्रमश: चौथे और पांचवे स्थान पर रहे।
इस सीट के लिये गत 28 जनवरी को मतदान हुआ था और लगभग 75.77 प्रतिशत मतदाताओं ने 174 मतदान केंदों में पहुंच कर अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था। वर्ष 2014 के विधानसभा चुनावों में 75.91 प्रतिशत मतदान हुआ था और तब इनेलो के डा0 हरिचंद मिडढा लगतार दूसरी बार जींद सीट से विजयी रहे थे। डा0 मिडढा का गत 26 अगस्त को निधन हो गया था। इसी कारण यह उपचुनाव कराना पड़ा। उनके पुत्र कृष्ण मिडढा ने भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा और अब जीत का ताज भी उन्हीं के सिर पर सजा है।
इस जीत के साथ ही 90 सदस्यीय राज्य विधानसभा में भाजपा के सदस्यों की संख्या बढ़ कर 48 हो गई है। उसकी गठबंधन सहयोगी शिरोमणि अकाली दल(शिअद) का भी सदन में एक सदस्य है जिससे की गठबंधन की ताकत 49 हो जाती है। सदन में इसके अलावा इनेलो और कांग्रेस के सदस्यों की संख्या 17-17 है। सदन में पांच निर्दलीय सदस्य हैं और एक सदस्य बहुजन समाज पार्टी का है।
वर्ष 2014 के विधानसभा चुनावों में इनेलो को 19 सीटों पर जीत हासिल हुई थी जिससे उसे सदन में विपक्ष के नेता का भी पद मिला। कांग्रेस 15 सीटों पर जीती थी। इनेलो के डा0 मिडढा के बाद उसके पेहोवा से विधायक जसविंदर सिंह संधू का हाल ही में निधन होने के कारण सदन में उसके सदस्यों की संख्या 17 रह गई है। वहीं 2014 में हरियाणा जनहित कांग्रेस(हजकां) के दो विधायक जीते थे। बाद में हजकां का कांग्रेस में विलय होने के बाद कांग्रेस की सदन में सदस्य संख्या बढ़ कर 17 हो गई।
रमेश1814जारी वार्ता
image