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एमएसएमई/फार्मास्युटीकल नीति ऊद्यमशीलता को बढ़ावा देने में मील का पत्थर साबित होगी: गोयल

चंडीगढ़, 05 फरवरी(वार्ता) हरियाणा के उद्योग मंत्री विपुल गोयल ने कहा है कि राज्य सरकार द्वारा घोषित लघु, सूक्ष्म, मध्यम उद्योग(एमएसएमई) नीति प्रदेश में स्टार्ट-अप तथा इन्क्यूबेशन स्पोर्ट के माध्यम से उद्यमशीलता को बढ़ावा देने और फार्मास्युटिकल नीति राज्य को दवा उद्योग का हब बनाने में मील का पत्थर साबित होगी।
श्री गोयल आज यहां पत्रकारो से बातचीत कहा कि एमएसएमई तथा फार्मास्युटिकल नीति लागू होने से जहां उद्योगों को प्रोत्साहन मिलेगा वहीं लाखों युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे। उन्होंने इन दोनों नीतियों को प्रदेश के विकास में गति का प्रेरक बताया।
उन्होंने बताया कि फार्मास्युटिकल नीति से करीब दो हजार करोड़ रुपये का निवेश होने और लगभग 25 हजार नये रोजगार सृजित होने की सम्भावना है। उन्होंने बताया कि इस नीति के तहत करनाल में एक अत्याधुनिक फार्मा पार्क स्थापित करने और एक समग्र उद्योग, शिक्षा और अनुसंघान एवं विकास पारिस्थितिकी तंत्र की सुविधा का निर्माण कर राज्य को फार्मास्युटिकल हब के रूप में विकसित किया जाएगा।
श्री गोयल ने आगे बताया कि प्रदेश में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) नीति मंजूर होने से जहां उद्योगपतियों को अपना कार्य करने में आसानी होगी वहीं व्यापक स्तर पर रोजगार के द्वार खुलेंगे। यह नीति मेक इन इंडिया, स्किल इंडिया, डिजिटल इंडिया और स्टार्ट-अप इंडिया जैसे राष्ट्रीय कार्यक्रमों के साथ देश एवं प्रदेश को विकसित करने में अहम भूमिका निभाएगी।
उद्योग मंत्री ने कहा कि यह पोलिसी मेक इन इंडिया, स्किल इंडिया, डिजिटल इंडिया और स्टार्ट-अप इंडिया जैसी प्रमुख राष्ट्रीय पहलों के साथ देश एवं प्रदेश को विकसित करने में अहम भूमिका निभाएगी।
रमेश2133वार्ता
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