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कड़ी सुरक्षा के बीच हिमाचल में चैत्र नवरात्रों पर मेले शुरू

शिमला, 06 अप्रैल (वार्ता) देवभूमि हिमाचल में कड़ी सुरक्षा के बीच आज से चैत्र नवरात्रे शुरू हो गए हैं।
मंदिरों में प्रथम दिन आज शनिवार को माँ के शैलपुत्री स्वरूप की पूजा की गई। मंदिरों में झंडा चढ़ाने की रस्में भी अदा की गई। राज्य में सभी माता के मंदिरों का पूरी तरह से सजाया गया है । मंदिरों में सुबह से ही श्रद्धालुओं की लम्बी कतारें लगी रही। पहले दिन लाखों लोगों ने मंदिरों में मॉं शैलपुत्र स्वरूप की पूजा की।
उत्तर भारत के प्रसिद्ध शक्तिपीठ श्रीनैना देवी में भी अश्विन नवरात्रे झंडा चढ़ाने की रस्म के साथ शुरू हो गए। नवरात्रों के उपलक्ष्य पर पंजाब, हिमाचल, हरियाणा, दिल्लाी, यूपी और अन्य प्रदेशों से श्रद्धालुओं के पहुंचने का सिलसिला जारी हो गया हैं। प्रथम नवरात्र के उपलक्ष्य पर श्रद्धालुओं ने हवन यज्ञ व पूजा अर्चना की और अपने अपने घरों परिवार के लिए सुख समृद्धि की कामना की। ऊना जिले में माता चिंतपूर्णी, कांगडा जिले में माता ज्वालाजी, विजेश्वरी और माता चामूड़ा, शिमला में तारादेवी, संकट मोचन और कालीबाड़ी के इलावा सिरमौर जिले में माता बालासुंदरी त्रिलोकपुर सहित सभी मंदिरों में श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किये गए हैं।
कांगड़ा, ज्वालमुखी, चामुंडा व चिंतपूर्णी स्थित मंदिरों में भक्तों की सुबह से खासी भीड़ देखी गई। इन प्रसिद्ध मंदिरों के कपाट सुबह पांच बजे से भक्तों के लिए खोले गए थे। सुबह साढ़े छह बजे आरती के बाद भोग लगाया गया, इसके बाद दोपहर 12 बजे व सायं सात बजे भोग लगेगा। मंदिर के कपाट रात दस बजे बंद होंगे। यह जानकारी ज्वालामुखी में एसडीएम राकेश शर्मा ने दी।
उन्होंने बताया कि विधिवत पूजा अर्चना के साथ झंडा रस्म की अदायगी की।
ज्वालामुखी के पुजारी कपिल शर्मा ने बताया की मां ज्वाला के 9 दिनों तक चलने वाले नवरात्रों में मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है भारी संख्या में मां के दर्शनों के लिए बाहरी राज्यों से श्रद्धालु यहां पहुंच रहे हैं। चिंतपूर्णी व चांमुडा मंदिर में भी अलसुबह से भक्त लाइनों में लग रहे। मेले के दौरान सफाई का विशेष ध्यान रखा गया जाएगा।
नारियल और प्रसाद चढ़ाने पर लगाया प्रतिबंध
श्री शर्मा ने बताया कि मेला ड्यूटी पर तैनात अधिकारियों व कर्मचारियों से कहा कि वह अपनी जिम्मेवारी के साथ निभाएं ताकि मेले के दौरान किसी प्रकार की घटना न हो। उन्होंने कहा कि मेले के दौरान नारियल की बिक्री व हलवा चढ़ाने पर भी प्रतिबंध लगाया जाएगा।
सं शर्मा
वार्ता
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