राज्य » पंजाब / हरियाणा / हिमाचलPosted at: Apr 6 2019 5:07PM सरसों का एक दाना तक नहीं खरीदा गया :इनेलोचंडीगढ़,06 अप्रैल (वार्ता) इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो ) की हरियाणा इकाई के अध्यक्ष अशोक अरोड़ा ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के उस बयान की कड़ी निंदा की है जिसमें उन्होंने शत-प्रतिशत सरसों की खरीद सरकारी एजेंसियों की ओर से किए जाने की घोषणा की है। इनेलो नेताओं ने आज यहां कहा कि यह बड़ी विडंबना है कि एक तरफ महेंद्रगढ़ के किसानों ने अपना विरोध जताने के लिए वहां की अनाज मंडी के गेट इस कारण बंद कर दिए क्योंकि पिछले तीन दिन से सरसों का एक भी दाना नहीं खरीदा गया और वहीं दूसरी तरफ मुख्यमंत्री किसान हितैषी होने का दावा करने के साथ शत-प्रतिशत खरीद की बात भी कर रहे हैं। उनके अनुसार वहां के किसानों का आरोप है कि वहां कई दिनों से उनकी सरसों पड़ी है और कोई भी सरकारी एजेंसी उसकी खरीद के लिए सामने नहीं आई। ऐसे में अधिकांश किसान अपनी फसल को औने-पौने दामों पर बेचने के लिए मजबूर हुए हैं।श्री अरोड़ा ने आशंका जताई कि अब जबकि अधिकांश सरसों की फसल निजी व्यापारियों के हाथों में किसान बेचने के लिए मजबूर किए जा चुके हैं, तब मुख्यमंत्री की यह घोषणा केवल उन्हीं व्यापारियों को लाभ पहुंचाने के लिए है जो किसानों से प्रत्यक्ष रूप से उसे खरीद चुके हैं। निजी व्यापारियों से ही उस फसल को खरीदकर अपने कागजों में सरकारी खरीद दिखाकर सरकार अपनी खानापूर्ति करना चाहती है। सच्चाई यह है कि न तो केंद्रीय एजेंसियों ने 40 प्रतिशत सरसों की खरीद की है और न ही राज्य सरकार ने शेष 60 प्रतिशत फसल की खरीद की है। इनेलो नेता ने मुख्यमंत्री की इस बात का भी खंडन किया कि भाजपा सरकार फसल बीमा योजना को लागू कर किसानों के हितों में काम कर रही है। उन्होंने कहा कि अब यह सभी जानते हैं कि फसल बीमा का वास्तविक लाभ उन निजी बीमा कंपनियों को गया है जो भाजपा सरकार से नजदीकी संबंध रखती हैं। वास्तव में भाजपा और किसान हितों का आपस में दूर-दूर का भी रिश्ता नहीं । शर्मा विक्रम वार्ता