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सिरसा भाजपा प्रत्याशी के पति पद के दुरुपयोग का आरोप

सिरसा भाजपा प्रत्याशी के पति पद के दुरुपयोग का आरोप

चंडीगढ़, 30 अप्रैल (वार्ता) कांग्रेस ने आज सिरसा लोकसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) प्रत्याशी सुनीता दुग्गल पर आदर्श आचार सहिंता का उल्लंघन करने तथा उनके आईपीएस पति राजेश दुग्गल के पद एवं सरकारी मशीनरी का दुरूपयोग करने का आरोप लगाया और हरियाणा चुनाव आयोग को शिकायत दर्ज करवाई।

कांग्रेस नेताओं ने चंडीगढ़ स्थित चुनाव आयोग के मुख्यालय में दिये शिकायत-पत्र में आईपीएस राजेश दुग्गल को तुरंत प्रभाव से निलंबित करने और सिरसा से भाजपा प्रत्याशी श्रीमती सुनीता दुग्गल का नामांकन रद्द करने की मांग की गई है।

कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया है कि श्री दुग्गल लगातार अपने पद का दुरूपयोग करके चुनाव आचार संहिता की धज्जियां उड़ा रहे हैं और अपनी पत्नी एवं सिरसा से भाजपा उम्मीदवार सुनीता दुग्गल के लिए चुनाव प्रचार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पहले भी चुनाव आयोग के अधिकारियों के संज्ञान में लाया जा चुका है कि हिसार व सिरसा लोक सभा क्षेत्र की सीमाएं आपस में मिलती हैं इसीलिए आईपीएस दुग्गल अपने पद का दुरुपयोग करके यहां के मतदाताओं को प्रभावित करने का काम कर रहे हैं। श्रीमती दुग्गल पति के सरकारी आवास में रह रही हैं और उनकी चुनाव अभियान से संबंधित गाड़ियां जिन पर पार्टी के झंडे व स्टीकर लगे होते हैं उनके घर के बाहर खड़ी रहती हैं और श्रीमती दुग्गल लोगों से सरकारी आवास में बनाए गए एक कमरे में मिलती हैं। इसके अतिरिक्त श्रीमती दुग्गल सुरक्षाकर्मियों की सेवाओं का भी दुरुपयोग कर रही हैं।

कांग्रेस नेताओं के अनुसार इसकी पुष्टि वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की एक रिपोर्ट में की गई है।

इसके अलावा कांग्रेस ने मुख्य चुनाव आयुक्त को शिकायत कर यह भी आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के राजनीतिक सचिव दीपक मंगला, मीडिया सलाहकार राजीव जैन व राज्य के मंत्रिमंडल सदस्यों के साथ लगाए गए मीडिया सलाहकार खुलेआम चुनाव सभाओं व भाजपा के राजनीतिक कार्यक्रमों में भागीदारी कर रहे हैं। राज्य सरकार के विभिन्न निगम, बोर्ड आदि के चेयरमैन भी चुनावी सभाओं के लिए खुलेआम सरकारी गाड़ी व स्टाफ का इस्तेमाल कर रहे हैं जो कि आदर्श चुनाव आचार संहिता का घोर उल्लंघन हैं।

उन्होंने बताया कि पूर्व की सरकारों के कार्यकाल में सरकारी पदों पर आसीन लोग इस्तीफा देकर चुनाव में भागीदारी करते थे परंतु वर्तमान भाजपा सरकार में सरकारी पदों पर बैठे लोगों का रवैया पूरी तरह असंवैधानिक और लोकतंत्र की गरिमा के विरूद्ध है। उन्होंनेे मांग की है कि सरकारी पदों पर आसीन ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाये।

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