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हुडा सिटी सेंटर-साईबर सिटी मैट्रो विस्तार समेत गुरूग्राम में ड्रेनेज परियोजना को मंजूरी

गुरूग्राम, 27 मई(वार्ता) हरियाणा सरकार ने गुरुग्राम के हुडा सिटी सेंटर से साइबर सिटी/रैपिड मेट्रो तक मेट्रो रेल कनेक्टिविटी के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तथा गुरूग्राम के लिये लगभग 160 करोड़ रुपये की एक व्यापक ड्रेनेज योजना को मंजूरी प्रदान की है।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की अध्यक्षता में गुरूग्राम मैट्रो विकास प्राधिकरण की आज यहां हुई बैठक में मैट्रो परियोजना को मंजूरी दिये जाने से सड़कों पर यातायात का दवाब कम होने के साथ वाहन संचालन की लागत और यात्रियों के समय में भी काफी बचत होगी। बैठक में लोक निर्माण (भवन और सडक़ें) मंत्री राव नरबीर सिंह, शहरी स्थानीय निकाय मंत्री कविता जैन, परिवहन मंत्री कृष्ण लाल पंवार और गुरुग्राम के विधायक उमेश अग्रवाल भी उपस्थित थे।
बैठक में बताया गया कि मेट्रो परियोजना हरियाणा मास रैपिड ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (एचएमआरटीसी) द्वारा लागू की जाएगी। मेट्रो रेल लाइन की कुल लंबाई 31.11 किलोमीटर है और इसमें 25 स्टेशन और छह इंटरचेंज स्टेशन होंगे। इस मेट्रो लाइन के निर्माण पर लगभग 5126 करोड़ रुपये लागत आएगी तथा इसके वर्ष 2023 तक चालू किए जाने की सम्भावना है। इस मार्ग पर जिन मेट्रो स्टेशनों का प्रस्ताव किया गया है वे हुडा सिटी सेंटर, सेक्टर 45, साइबर पार्क, सेक्टर-46, सेक्टर-47, सेक्टर-48, टेक्नोलॉजी पार्क, उद्योग विहार फेज-6, सेक्टर 10, सेक्टर-37, बसई, सेक्टर-9, सेक्टर-7, सेक्टर-4, सेक्टर-5, अशोक विहार, सेक्टर-3, कृष्णा चौक, पालम विहार एक्स्टेंशन, पालम विहार, सेक्टर- 23 ए, सेक्टर-22, उद्योग विहार फेज-4 और 5 तथा साइबर सिटी हैं। यह भी निर्णय लिया गया कि निरंतर संचालन के लिए मेट्रो कॉरिडोर और रैपिड मेट्रो के बीच ट्रैक इंटीग्रेशन पर विचार किया जाएगा।
बैठक में यह भी बताया गया कि गुरुग्राम मेट्रोपॉलिटन सिटी बस लिमिटेड ने राज्य परिवहन प्राधिकरण को पीक आवर्स के दौरान गुरुग्राम से फरीदाबाद तक सेवाएं शुरू करने के लिए परमिट जारी करने के लिए लिखा है। इसके अलावा, गुरुग्राम से दिल्ली (धौला कुआँ और द्वारका) के लिए सेवा शुरू करने के लिए दो मार्गों की पहचान की गई है। इसके लिए 25 बसों की व्यवस्था की गई है। सिटी बस सेवा के तहत गुरुग्राम में छ: मार्गों पर 81 बसें चल रही हैं। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि बसों के लिए मार्गों को अंतिम रूप देते समय आम जनता से सुझाव लिए जाएं ताकि अधिकतम लोग इस बस सेवा का लाभ उठा सकें।
श्री खट्टर ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अधिकतम जल की स्टोरेज हेतु गुरुग्राम के लिए जीरो ड्रेन आउट सिस्टम को तैयार करें। बैठक में यह भी बताया गया कि गुरुग्राम के लिए एक व्यापक ड्रेनेज योजना को चरणबद्ध तरीके से चलाया जाएगा। योजना में जल संचयन संरचनाएं, तालाब और क्रीक के चैनलाइजेशन और लेग-4 (वाटिका चौक, सोहना रोड पर रेलवे कल्वर्ट-61 तक) का निर्माण और एसपीआर से रेलवे कल्वर्ट 61 से रिचार्ज कुओं का निर्माण शामिल होगा। इस उद्देश्य के लिए अगले दो वर्षों में 160 करोड़ रुपये की राशि खर्च की जाएगी। बैठक में बताया गया कि जिले में चिह्नित जल निकायों का जीर्णोद्घार किया जा रहा है और इसके लिए जल निकायों को स्टोर्म वाटर डे्रनेज के साथ जोड़ा जा रहा है।
बैठक में यह भी बताया गया कि गुरुग्राम में 100 वर्ग मीटर से अधिक छत वाले सभी आवासीय भवनों में वर्षा जल संचयन प्रणाली होगी। यह सुनिश्चित करने के लिए निर्देश जारी किए गए हैं कि भवनों में स्थापित जल संचयन प्रणाली को क्रियाशील बनाया जाए। इसी प्रकार, जिन लोगों ने अभी तक वर्षा जल संचयन प्रणाली स्थापित नहीं की है, उन्हें ऐसी व्यवस्था करने के लिए कहा गया है, जिसके लिए नगर निगम द्वारा दरें भी तय कर दी गई हैं।
रमेश2024वार्ता
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