चंडीगढ़, 29 मई(वार्ता) हरियाणा के हिसार में एकीकृत उड्डयन हब महत्वकांक्षी परियोजना मार्च 2024 तक पूरी तरह बन कर तैयार हो जाएगी और इसकी दस हजार फुट लम्बी हवाईपट्टी पर ए-320 और बोईंग-737 जैसे बड़े विमान भी उतारे जा सकेंगे।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की अध्यक्षता में नागरिक उड्डयन विभाग की आज यहां हुई समीक्षा बैठक में यह जानकारी दी गई। इस एकीकृत परियोजना के तहत हिसार में एक फलाईंग स्कूल भी स्थापित किया जाएगा जिसमें लगभग 100 पायलटों को प्रशिक्षण देने की व्यवस्था होगी। हिसार हवाईअड्डे की लगभग दस हजार फुट लम्बी हवाईपट्टी का निर्माण वर्ष 2021 तक पूरा कर लिया जाएगा। यहां बड़े जहाजों के लिये रख रखाव और पार्किंग की भी सुविधा प्रदान करने का प्रयास किया जाएगा।
हिसार हवाईअड्डे को इस तर्ज पर विकसित किया जाएगा कि यहां से दिल्ली हवाईअड्डे के व्यस्ततम समय में इसका वैकल्पिक इस्तेमाल किया जा सके। हवाई अड्डे में पार्किग की भी व्यवस्था होगी दिल्ली इवाईअड्डे में जहाजों के पार्किंग की कमी को देखते हुए इसमें जहाजों को पार्क किया जा सके।
बैठक में हरियाणा के हवाईअड्डों के प्रबंधन, विस्तार और उड़ानों से सम्बंधित कार्यों के लिये एक बहुउद्देश्यीय व्यवस्था बनाने का भी फैसला लिया गया तथा इसके लिये हरियाणा राज्य एवियशन इंफ्रास्ट्रक्चर कम्पनी लिमिटेड का गठन करने को भी सैद्धांतिक मंजूरी प्रदान की गई। बैठक में नारनौल के बाछौद में ड्रोन अकादमी स्थापित करने करने का भी फैसला लिया गया। इसके अलावा नारनौल में छोटे जहाजों की पार्किंग व्यवस्था की सम्भावनाएं भी तलाशी जाएंगी।
बैठक में राज्य में हैली सेवाएं मुहैया कराने के लिये पिंजौर में एक हैलीड्रोम स्थापित करने का भी फैसला लिया गया जहां से हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के पर्वतीय स्थलों पर जाने वाले यात्रियों और पर्यटकों को सुविधाएं मुहैया कराई जा सकें। हैलीड्रोम विकसित करने के जल्द ही हिमाचल प्रदेश सरकार के साथ एक बैठक आयोजित की जाएगी। हैलीड्रोम के बनने से शिमला, कुल्लू, धर्मशाला जैसी जगहों पर जल्द और आसानी से पहुंचा जा सकेगा। पिंजौर में उड़ानों के लिये एक बेस सुविधा का भी प्रावधान होगा।
बैठक में इन परियोजनाओं को चरणबद्ध और समयबद्ध तरीके से पूरा करने के लिए मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में एक सलाहकार समिति और मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक संचालत समिति का भी गठन करने का फैसला लिया गया।
बैठक में राज्य के लोक निर्माण एवं नागरिक उडयन मंत्री राव नरवीर सिंह, मुख्य सचिव डी.एस.ढेसी तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।