Friday, Apr 19 2024 | Time 17:19 Hrs(IST)
image
राज्य » पंजाब / हरियाणा / हिमाचल


किसानों के हित में ‘प्रधान मंत्री फ़सल बीमा योजना’ में संशोधन की मांग

किसानों के हित में ‘प्रधान मंत्री फ़सल बीमा योजना’ में संशोधन की मांग

चंडीगढ़,05 जून (वार्ता)पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने ‘प्रधान मंत्री फ़सल बीमा योजना’ में संशोधन की मांग करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से संकट से जूझ रहे किसानों की मदद के लिए राष्ट्रीय कृषि कर्ज माफी को लेकर विचार करने की अपील की है।

पंजाब के किसानों के हितों की सुरक्षा की ज़रूरत पर बल देते हुये मुख्यमंत्री ने श्री मोदी को लिखे पत्र में आज कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर किसानों के लिए एक मुश्त कृषि कर्ज माफी ज़रूरी है। इसके अलावा ‘प्रधान मंत्री फ़सल बीमा योजना’ में संशोधन करके इसे प्रभावी तरीके से किसान हितैषी बनाने की माँग की जिससे ग्रामीणों की माली हालत में सुधार आ सके ।

मुख्यमंत्री ने कर्ज माफी के बारे में कहा कि राज्य सरकार ने अपने सीमित साधनों में जो राहत किसानों को दी है वो पर्याप्त नहीं तथा इसमें केन्द्र सरकार की मदद की जरूरत है। इससे किसानों की मुश्किलें घटाने में मदद मिलेगी तथा कृषि सैक्टर को प्रगति और विकास की राह पर डालने के साथ-साथ मुल्क के किसानों के जीवन स्तर को और संवारने की भी आशा बंधेगी।

उन्होंने कहा कि केन्द्र को यह कदम उठा लेना चाहिए क्योंकि मुल्क के इन अन्नदाताओं में अधिकांश कर्ज तले दबे हुए हैं जिसके परिणामस्वरूप कुछ किसान आत्महत्या जैसा घातक कदम उठा चुके हैं। इस दिशा में ठोस कदम उठाने की ज़रूरत है जिससे परेशानी झेल रहे किसानों की मुश्किलें घटाने के साथ-साथ उनके जीवन में सुधार लाया जा सके।

कैप्टन सिंह ने श्री मोदी को अवगत कराया कि राज्य सरकार ने अपने स्तर पर उन सभी सीमांत किसानों को दो -दो लाख रुपए की कर्ज राहत मुहैया करवाई है जिन किसानों ने संस्थागत कर्ज लिया था। इसी तरह छोटे किसानों का भी कर्ज माफ किया गया है। अब तक 5.52 लाख किसानों को 4468 करोड़ रुपए राहत दी जा चुकी है और शेष योग्य किसानों को निकट भविष्य में यह राहत प्रदान की जायेगी।

उन्होंने कहा कि किसानों को प्रधानमंत्री किसान और पैंशन स्कीमों के द्वारा वित्तीय सहायता देने के लिए केंद्र सरकार के प्रयास प्रशंसनीय हैं लेकिन कर्ज में डूबे पंजाब के किसानों के संदर्भ में मौजूदा आर्थिक संकट में से निकलने के लिए यह स्कीमें शायद सार्थक सिद्ध न हों।

शर्मा

वार्ता

image