राज्य » पंजाब / हरियाणा / हिमाचलPosted at: Jun 28 2019 6:45PM मिड-डे मीलकर्मियों, वन मजदूरों ने गुड़गांव में किया प्रदर्शनगुड़गांव, 28 जून (वार्ता) हरियाणा के गुड़गांव में आज मिड-डे मील कर्मियों और वन विभाग मजदूरों ने अपनी मांगों को लेकर लघु सचिवालय के बाहर प्रदर्शन किया। सीआईटीयू के बैनर तले प्रदर्शन के बाद ज्ञापन उपायुक्त को दिये गये। मिड डे मील वर्कर्ज यूनियन की प्रधान मूर्ति देवी ने आरोप लगाया कि दुनिया में दोपहर का भोजन प्रदान करने की सबसे बड़ी योजना मिड-डे मील में कार्यरत देश के 26 लाख के करीब वर्कर्स, जो 12 लाख स्कूलों में 11 करोड़ के करीब बच्चों को दोपहर का भोजन उपलब्ध करवा रहे हैं, की हालात सोचनीय बनी हुई है। उन्होंने कहा कि वर्कर्स पिछले लंबे समय से न्यूनतम वेतन, मानदेय में बढ़ोतरी, सामाजिक सुरक्षा की गारंटी व योजना को मजबूत बनाने की मांगों को लेकर लगातार आंनदोलनरत हैं परन्तु केंद्र सरकार अनदेखी करती आ रही है। उन्होंने बताया कि पिछले साल सितंबर में प्रधानमंत्री ने आंगनवाड़ी कर्मियों तथा आशा वर्कर्स के मानदेय में कुछ बढ़ोतरी की घोषणा की लेकिन उस समय भी मिड-डे मील वर्कर्स को बिलकुल नजरअंदाज किया गया। उन्होंने कहा कि दो महीने बाद तत्कालीन वित मंत्री अरूण जेटली ने माना कि मिड डे मील वर्कर्स छूट गए हैं और उन्होंने कहा कि मानदेय में बढ़ोतरी करने का एजेंडा उनकी सरकार की प्राथमिकता पर रहेगा और इसी तरह का आश्वासन तत्कालीन शिक्षा मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने भी दिया पर कुछ नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि अब नई सरकार आने के बाद मिड डे मील वर्कर्ज यूनियन ने सरकार को उसका वादा याद दिलाने के लिए आज यह प्रदर्शन किया है। दूसरी तरफ वन मजदूर यूनियन के सचिव दयाराम ने वन विभाग समेत सरकारी विभागों में अस्थायी कर्मचारियों को नियमित करने की समय-समय पर प्रदेश सरकार की नीतियों के तहत अन्य जिलों में तो वन विभाग के कच्चे कर्मचारियों को स्थायी किया गया है पर गुड़गांव में ऐसा नहीं हो रहा। उन्होंने कहा कि इसी कारण वन मजदूर पिछले आठ महीने से धरने पर बैठे हैं हालांकि इसके बावजूद प्रशासन के कानों पर जूं नहीं रेंग रही है। उन्होंने बताया कि मजदूरों कि हाजरी व वित्तीय रिकॉर्ड छुपाये जा रहे हैं और 15-20 सालों से काम करने वाले मजदूरों को भी स्थायी नहीं किया जा रहा। ज्ञापन के माध्यम से वन मजदूरों की मांग है कि गुड़गाँव जिले के वन विभाग के सभी पात्र मजदूरों का नाम स्थायीकरण के लिए जल्दी से जल्दी भिजवाया जाए। यूनियन ने धरने के दौरान लू से जान गंवाने वाली दो महिला मजदूरों के परिवारों को आर्थिक सहायता मुहैया कराने की भी मांग की है। श्री दयाराम ने कहा कि यदि अब भी उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो चार जुलाई को वन मंत्री के आवास पर धरना-प्रदर्शन किया जायेगा। सं महेश वार्ता