राज्य » पंजाब / हरियाणा / हिमाचलPosted at: Jul 12 2019 4:14PM मनरेगा : मजदूरी में एक रुपये की वृद्धि क्रूर मजाक
बरनाला, 12 जुलाई (वार्ता) महात्मा गांधी ग्रामीण गारंटी योजना (मनरेगा) के तहत पंजाब में मजदूरी में एक रुपये की वृद्धि को मजदूरों ने उनकी गरीबी का मजाक उड़ाना करार दिया है।
प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार पंजाब में मनरेगा के तहत मजदूरी 240 रुपये से बढ़ाकर 241 रुपये की गई है।
इस फैसले पर कुछ मनरेगा मजदूरों ने यूनीवार्ता से बातचीत में नाराजगी जाहिर की और कहा कि पंजाब सरकार ने रोजाना मजदूरी में एक रुपये की बढ़ोतरी करके गरीबों का मजाक उड़ाया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें पहले से ही मजदूरी समय पर नहीं मिलती, उस पर एक रुपये की बढ़ोतरी ‘जख्मों पर नमक छिड़कने‘ जैसा है।
एक मजदूर ने कहा कि पड़ोसी राज्यों हरियाणा, राजस्थान और जम्मू कश्मीर की बात करें तो कहीं तीन रुपये और कहीं सात रुपये की वृद्धि की गई है।उन्होंने यह भी सवाल किया कि आज की बढ़ती महंगाई में 241 रुपयों में क्या मिलता है? उन्होंने कहा कि आज 50 रुपये लीटर दूध मिल रहा है और इतने ही की सब्जी आती है और 250 रुपए में आटे की थैली भी नहीं आती। उन्होंने कहा कि दिहाड़ी मजदूरी कम से कम 500 रुपये प्रति दिन की जानी चाहिए।
बरनाला के बीडीपीओ चमन लाल लालका ने संपर्क करने पर मजदूरी में एक रुपये की बढ़ोतरी की पुष्टि की और समय पर मजदूरी के भुगतान न होने के मामले में कहा कि उसके कई कारण हो सकते हैं जैसे मजदूरों के खुलवाए बैंक खातों में नाम वगैरह में कोई गलती हो सकती है जिस वजह से भुगतान में देरी होती है।