चंडीगढ़, 17 जुलाई (वार्ता) चंडीगढ़ के गवया।नर्मेंट मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (जीएमसीएच) में सर्जरी विभाग ने हाल में बोर वेल मशीन में कार्य करने वाले एक 40 वर्षीय मैकेनिक के कटे दोनों पैरों को दस घंटे के ऑपरेशन से जोड़ दि
जीएमसीएच के आज यहां जारी एक बयान के अनुसार आठ जुलाई की सुबह यह व्यक्ति घटना के एक घंटे के भीतर अस्पताल लाया गया था। उसका दाहिना पैर, जाे पूरी तरह कट गया था, उसके रिश्तेदारों ने अलग से लाया गया था जबकि बायां पैर त्वचा के रेशों मात्र से जुड़ा हुआ था।
उसे तुरंत ऑपरेशन रूम में ले जाया गया और प्लास्टिक सर्जन डॉ़ मितेश बेदी, वस्कुलर सर्जन डॉ़ सिद्धार्थ गर्ग और हड्डी विशेषज्ञ डॉ़ रोहित जिंदल की टीम ने दस घंटे के ऑपरेशन के बाद पैर जोड़ दिये।
कटे पैरों को जोड़ने की दुरूह प्रक्रिया में हड्डियों, छोटी रक्तवाहिनियों, तंत्रिकाओं, मांसपेशियों आदि की मरम्मत शामिल थी। अस्पताल के अनुसार दोनों पैर जोड़ने का मामला बहुत दुर्लभ है तथा पीजीआई के पिछले एक दशक का इतिहास खंगालने पर एक भी मामला नहीं मिला जबकि दुनिया भर के चिकित्सा साहित्य में ढूंढने पर बहुत कम ऐसे मामले मिले।
मरीज फिलहाल स्वस्थ है और आने वाले वक्त में उसे दो बार रिकंस्ट्रक्टिव प्रोसीजर की आवश्यकता होगी लेकिन भविष्य में वह लगभग सामान्य जीवन जीने का लाभ ले सकेगा।