जालंधर 26 जुलाई (वार्ता) कारगिल विजय दिवस के 20वीं वर्षगांठ के अवसर पर शुक्रवार को देश की सीमाओं पर अपनी जान की कुर्बानी देने वाले शहीदों को सेना की बज्र कोर और जिला प्रशासन ने श्रद्धांजलि दी।
सेना की बज्र कोर ने आज ‘ऑपरेशन विजय’ की 20वीं वर्षगांठ मनाई, जिसे ‘कारगिल युद्ध’ के रूप में भी जाना जाता है। इस अवसर पर बज्र कोर और पश्चिमी कमान के राइजिंग स्टार कोर में अंबाला, जालंधर और योल कैंट सहित विभिन्न स्थानों पर युद्ध स्मारकों पर श्रद्धांजलि देने के लिए आयोजन किया गया। कारगिल विजय दिवस थीम पर देशभक्ति गीत, पेंटिंग और वाद-विवाद प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं। योल में सूबेदार मेजर (मानद कप्तान) बाना सिंह परमवीर चक्र द्वारा एक प्रेरक वार्ता भी आयोजित की गई। चंडीमंदिर सहित सभी स्थानों पर प्रेरक कारगिल युद्ध फिल्मों की स्क्रीनिंग भी आयोजित की गई।
जिला प्रशासन की ओर से राज्य युद्ध स्मारक में अतिरिक्त जिलाधीश (जनरल) जसबीर सिंह ने देश के लिए अपना बलिदान देने वाले महान शहीदों को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी।
श्री सिंह ने सभा को संबोधित करते हुए देश की सीमाओं की रक्षा करने वाले बहादुर सपूतों की वीरता को याद किया। उन्होंने कहा कि विषम परिस्थितियों के बावजूद इस युद्ध में भारतीय सेना ने जो अदम्य साहस का परिचय दिया शायद ही दुनिया का अन्य कोई देश ऐसा साहस दिखा पाये।
उन्होंने कहा कि प्रत्येक देशवासी शहीदों के इस बलिदान के लिए हमेशा ऋणी रहेगा। उन्होंने बताया कि समाज, प्रशासन और राष्ट्र हमेशा उन शहीदों के प्रति आभारी होंगे जिन्होंने अपनी संप्रभुता की रक्षा के लिए देश की सेवा की।
श्री सिंह ने कहा कि शहीदों का बलिदान युवाओं को उनके कदमों पर चलने और देश की सेवा करने के लिए प्रेरित करेगा। उन्होंने शहीद जवानों पत्नी राजविंदर कौर, हरप्रीत कौर, उर्मिला पॉल, हरजिंदर कौर, पाल कौर, मनजीत कौर, कुलविंदर कौर, हरचरन कौर और गुरदीप कौर को सम्मानित किया जो इस समारोह में विशेष रूप से शामिल होने के लिए पहुंची थी।
इस अवसर पर ब्रिगेडियर के एस ढिल्लों, ब्रिगेडियर एस पी सिंह, कर्नल वरिंदर सिंह, कर्नल एच एस संघा, लेफ्टिनेंट कर्नल (रिटा) मनमोहन सिंह, जिला रक्षा सेवा कल्याण अधिकारी मेजर यशपाल सिंह (रिटा) और अन्य उपस्थित रहे।